आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदाब आ. मोहम्मद आरिफ़. आ. योगराज सर से मैं भी सहमत हूँ. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर आभार.
बहुत शुक्रिया आ. डॉ. विजय शंकर जी. हार्दिक आभार. सादर.
बढ़ीया प्रयास आदरणीय भाई जी । कथोपकथन से पता चल रहा है कि चर्चा का मूल विषय श्रेष्ठ पुस्तक के बारे में है इसलिए कथा की शुरूआती पंक्ित / विद्वत जनों की एक बहुत बड़ी सभा लगी थी जिसमें विभिन्न धर्म और संस्कृति के लोग एकत्र थे। चर्चा का मूल विषय यह था कि किसकी पवित्र पुस्तकें श्रेष्ठ हैं। / एकदम अनावश्यक है । लघुकथा सरीखी कोमलांगी विधा अनावश्यकता का बोझ नहीं सहार सकती । लघुकथा का अंत / आपका ईश्वर सिर्फ पवित्र पुस्तकें ही भिजवाता है या कभी-कभार एक-आध रोटी भी? / बहुत प्रभावशाली बना है । लघुकथा का शीर्षक चयन साधारण रहा । सादर
आपके अमूल्य सुझावों के लिए हृदय से आभारी हूँ आ. रवि सर. देखता हूँ कि शीर्षक को कैसे बेहतर कर सकता हूँ. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.
आ. योगराज सर से मैं भी सहमत हूँ. आ. शशि बंसल जी. उत्साहवर्धन हेतु आपका बहुत-बहुत आभार. सादर धन्यवाद.
अच्छी लघु कथा हेतु बधाई आपको ।
धन्यवाद आ. अन्नपूर्णा जी. हार्दिक आभार. सादर.
सादर आदाब आ. समर कबीर सर. लघुकथा को पसन्द करने के लिए आपका हृदय से आभारी हूँ. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |