For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

राज़ नवादवी's Discussions (490)

Discussions Replied To (474) Replies Latest Activity

"जनाब अफरोज सहर साहब, अच्छी ग़ज़ल की प्रस्तुति पे दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल करें. सादर "

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीया मंजीत कौर जी, आदाब. सुन्दर ग़ज़ल की प्रस्तुति पे दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल कर…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय अजय गुप्ता जी, आदाब. अच्छी ग़ज़ल की प्रस्तुति पे दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल करे…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय अजीत प्रकाश शर्मा जी, सुन्दर ग़ज़ल कही है आपने. दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल करें…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीया वंदना जी, आदाब. सुन्दर ग़ज़ल कही है अपने,  जब तलक जिन्दा जड़ें हैं फुनगियाँ आब…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय किशोरकांत जी, आदाब, ग़ज़ल के सार्थक प्रयास के लिए बधाई. तीसरे शेर में गश्त की ज…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"जनाब मुनीश तन्हा जी, सुन्दर ग़ज़ल कही है आपने, दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल करें. सादर. "

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय मोहन बेगोवाल जी, ग़ज़ल के सुन्दर प्रयास का हार्दिक अभिनन्दन. सादर. "

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय नवीन मणि त्रिपाठी जी, आपकी ग़ज़ल दो जगह क्यों दिख रही है? सादर. "

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

"आदरणीय विनय कुमार जी, आदाब. मैंने ग़लत थ्रेड पे आपकी रचना के लिए अपनी प्रतिक्रया दी थ…"

राज़ नवादवी replied Jul 28, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-97

517 Jul 28, 2018
Reply by अजीत शर्मा 'आकाश'

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
7 hours ago
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"खूबसूरत ग़ज़ल हुई, बह्र भी दी जानी चाहिए थी। ' बेदम' काफ़िया , शे'र ( 6 ) और  (…"
18 hours ago
Chetan Prakash commented on PHOOL SINGH's blog post यथार्थवाद और जीवन
"अध्ययन करने के पश्चात स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है, उद्देश्य को प्राप्त कर ने में यद्यपि लेखक सफल…"
19 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on PHOOL SINGH's blog post यथार्थवाद और जीवन
"सुविचारित सुंदर आलेख "
Saturday

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत सुंदर ग़ज़ल ... सभी अशआर अच्छे हैं और रदीफ़ भी बेहद सुंदर  बधाई सृजन पर "
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

अच्छा लगता है गम को तन्हाई मेंमिलना आकर तू हमको तन्हाई में।१।*दीप तले क्यों बैठ गया साथी आकर क्या…See More
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। यह रदीफ कई महीनो से दिमाग…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service