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वेदिका's Discussions (1,371)

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"जिन्हें ज़रा भी नहीं प्यार अपने गुलशन से  वही गुलाबों को अक्सर मसल के देखते है ,, अह…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"तेरा ही जिक्र सुबह शाम लब ये करते रहे, तेरा ही ख्वाब निगाहें मसल के देखते हैं, … वाह…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"हम उनकी वज्ह से ये दिल का रोग ले बैठे पर उनसे ये न हुआ "चलिए चल के देखते हैं" …वाह व…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"अभी उड़ान से वाकिफ नहीं हुये बच्चेहमारे नैन से सपने महल के देखते हैं  वाह बेहद ख़ूबसू…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"खुली रखो न हमेशा ही खिड़कियाँ दिल की जवान झुक के तो  बच्चे उछल के देखते हैं … बहुत खू…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"फिर आज वक़्त उमीदों से देखता है हमें उठो कि वक़्त की घड़ियाँ बदल के देखते हैं … बहुत खू…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

"ज़रा सी दूर तलक, साथ चल के देखते हैं बिखर चुका है यकीं, चल बदल के देखते हैं। …. बह…"

वेदिका replied Jun 28, 2013 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा- अंक 36(Now Closed With 965 Replies)

964 Jul 1, 2013
Reply by आशीष नैथानी 'सलिल'

सदस्य टीम प्रबंधन

"आभार आदरणीया प्राची जी! आपने संकलन उपलब्ध कराया आपकी व्यस्तता के बाद भी।  आपका हर सम…"

वेदिका replied Jun 25, 2013 to ओबीओ लाइव महाउत्सव अंक 32 की सभी रचनाएँ एक साथ

9 Jun 25, 2013
Reply by annapurna bajpai

सदस्य कार्यकारिणी

"आदरणीया राजेश कुमारी जी!  आपकी कलम से संसमरण पढ़ के तो बिलकुल आपने हमें पुन्ह वहीं आय…"

वेदिका replied Jun 21, 2013 to ओबीओ की तृतीय वर्षगाँठ पर आयोजित विचार गोष्ठी सह कवि सम्मलेन एवं मुशायरा का संस्मरण मेरी कलम से…राजेश कुमारी

20 Jul 1, 2013
Reply by rajesh kumari

सदस्य टीम प्रबंधन

"आपने जिस तरह से इन्स्टंट मंच संचालन किया  ..एक बारगी देख के लगा ही नही ..ऐसे लगा की…"

वेदिका replied Jun 21, 2013 to ओबीओ के तृतीय वर्षगाँठ पर हल्द्वानी में आयोजित सम्मेलन // --सौरभ

101 Feb 4, 2015
Reply by सूबे सिंह सुजान

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अथाह दुःख और गहरी वेदना के साथ आप सबको यह सूचित करना पड़ रहा है कि आज हमारे बीच वह नहीं रहे जिन्हें…See More
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गिरिराज भंडारी posted a blog post

ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी

२१२२       २१२२        २१२२   औपचारिकता न खा जाये सरलता********************************ये अँधेरा,…See More
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Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
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