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"मिलेगा क्या उन्हें रूदाद-ए-ग़म सुनाने से वो मुतमइन ही नही जब मेरे फ़साने से  न जाने कि…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"आदरणीय राणा सर  उपर्युक्त संकोच की बात मैंने आपकी टिप्पणी पढ़कर नहीं लिखी बल्कि वाकई…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"अरे ! तो क्या मुझे ही फिर सफाई देनी है तो बाज़ आये अकेले हमीं निभाने से  गलत को तुमन…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"बहुत दिनों से अंधेरों में था सफर दिल काइक आफताब के बेवक्त डूब जाने से बहुत बढ़िया गज़…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"किया गरीब मुझे फिर किसी बहाने से इक और छीन लिया सुर मेरे तराने से | वाह आदरणीय अरुण…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"विलीन हो गया अब हंस नाद में पाखीमिलेगा क्या अब तुझे उसके पीछे जाने से श्रद्धांजलि  स…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"सुकून कुछ तो मिले उसकी रूह को शायद  दरिंदों वहशियों को फांसी पे चढाने से  आपकी ग़ज़ल…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"मुझे ये डर है कि बेमौत मर न जाएं हम।इक आफताब के बेवक्त डूब जाने से।। आदरणीय केवल जी…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"मंच के सभी वरिष्ठ और ग़ज़ल के जानकार सदस्यों का हृदय से आभार  कि आप सभी ने मेरा हौसला…"

vandana replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"हमारी सोच पे माज़ी का एक पहरा है,कोई निकाले हमें आके कैदखाने से। बहुत बढ़िया प्रस्तुत…"

vandana replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

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"हार्दिक बधाई आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी साहब जी।"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय ग़ज़ल पर बधाई स्वीकारें गुणीजनों की इस्लाह से और बेहतर हो जायेगी"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"बधाई स्वीकार करें आदरणीय अच्छी ग़ज़ल हुई गुणीजनों की इस्लाह से और बेहतरीन हो जायेगी"
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