आदरणीय साथिओ,
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वाह वाह, बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति है भाई महेंद्र कुमार जीI प्रदत्त विषय बहुत ही कुशलता से परिभाषित किया है, कथ्य और शिल्प की दृष्टि से भी रचना प्रभावशाली हुई है, मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करेंI
भाई महेंद्र कुमार जी मेरे अपने कोई मानक नहीं है, हाँ मैं इस बात के लिए आग्रही अवश्य रहता हूँ कि हर रचना विधा सम्म्त अवश्य हो.
मोगेम्बो खुश हुआ .. :))))))))))))))))))))))
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