आदरणीय साथिओ,
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अपने द्वारा उठाए गए गलत कदम बहुत समय तक टीसते हैं, बढ़िया रचना प्रदत्त विषय पर| बधाई आपको
अच्छी प्रस्तुति आदरणीया अर्चना जी हार्दिक बधाई |
अच्छी कथा ! अर्चना जी । बधाई
माता पिता कभी भी अपनी की हुई गलतियों की पुनरावृत्ति अपनी औलाद द्वारा नहीं चाहेंगे इसी लिए वो कुछ ज्यादा ही सचेत हो जाते हैं सुन्दर लघु कथा के लिए बहुत बहुत बधाई आद० अर्चना जी
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