आदरणीय साथिओ,
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जी आदरणीय वीर जी , आप सही कह रहे हैं कथा के अंत को किसी और तरह से कहना होगा | सादर धन्यवाद आपके मार्गदर्शन के लिए |
आपके सुझाव सर आँखों पर आदरणीय सुनील भैया | जी प्रयास करुँगी इस कथा को पुनः लिखने का | सादर धन्यवाद आपका |
अच्छी लघुकथा है, प्रदत्त विषय को भी संतुष्ट कर रही है, जिस हेतु बधाई प्रेषित है. सुधि साथिओं की बातों का गम्भीरता से संज्ञान लें आ० कल्पना भट्ट जी.
जी सर पुनः लिखूंगी इसको और जो कमी रही है उसको दूर करने का प्रयास करुँगी | सादर धन्यवाद् आदरणीय सर |
बहुत अच्छे विषय पर रचना कही है आदरणीया कल्पना दी, जिस हेतु सादर बधाई स्वीकार करें| सुधीजनों की बात पर विचार करें तो बेहतरीन हो जायेगी|
जी आदरणीय चंद्रेश भैया , इस कथा को लिखते वक्त लगा था पूर्ण बात कह दी हैं मैंने यह मेरा भ्रम रहा | यहाँ सभी ने जब उसको दर्शाया तो लगा सच में कुछ महत्वपूर्ण कड़ी छूट सी गयी है |
सादर धनयवाद भैया |
जी आदरणीया नीता दी संकलन के बाद प्रयास करुँगी सुधर k
सादर धन्यवाद् आदरणीय तस्दीक साहब |
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