For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

        तितली रानी

तितली रानी तितली रानी .

रंग -बिरंगी तितली रानी 
फूलों पे बैठी तू लगती प्यारी 
कितनी लगती न्यारी -न्यारी 
फूलों का रस तेरा जीवन 
कितना सदा तेरा जीवन 
अपने जैसा सबको कर दे 
सबके जीवन में रंग भर दे 
तितली रानी तितली रानी .
रंग -बिरंगी तितली रानी 
इतनी फुर्ती कहाँ से आयी 
हर फूलों से रस चुरायी 
क्षण में धरती क्षण में नभ पर 
मनमोहक छटा बिखराकर 
बादल में जब उड़ती है 
फूलों सी दिखती है 
तूने ही तो शहद बनायी 
बच्चो का जी ललचायी 
तितली रानी तितली रानी .
रंग -बिरंगी तितली रानी 

Views: 1880

Replies to This Discussion

प्रिय शुभ्रा जी, 

बाल साहित्य समूह में आपका हार्दिक स्वागत  है, 

बहुत प्यारी मासूम सी कविता लिखी आपने तितली.इस हेतु आपको हार्दिक बधाई.

मेरा एक सुझाव है, इस कविता को बीस पंक्तियों की जगह यदि सिर्फ ८-१० पंक्तियों में सारी बात को प्रस्तुत करने का प्रयत्न करें तो कथ्य सांद्रता बढ़ जायेगी और कविता बहुत निखर उठेगी.

शुभेच्छाएं और नव वर्ष की शुभ कामनाएँ 

प्राची.

डा प्राची जी आपको भी नववर्ष की शुभकामना /

आपकी उत्तम  सलाह के लिए धन्यवाद / आगे से ध्यान रखूंगी  

शुभ्राजी, आपका बाल-साहित्य के प्रति लगाव अच्छा लगा. डॉ.प्राची की सलाह अनुकरणीय तो है ही, मेरा यहभी निवेदन है कि हम बच्चों की रचनाओं, विशेषकर शिशुओं की रचनाओं को भाषा व्याकरण के लिहाज से शुद्ध रखें. प्रस्तुत रचना का दूसरा भाग कई स्थानों पर इस लिहाज से सुधार की मांग कर रहा है.  आपका प्रयास जारी रहेगा इस अपेक्षा के साथ मेरी बधाई स्वीकारें.

बच्चो की मन भावन तितली रानी पर सुन्दर कविता, मैंने अपने पोते को सुनाई उसे बड़े पसंद आई 

बधाई हो शुभ्रा शर्मा जी  

 लक्ष्मन  जी  आपके पोते को तितली रानी पसंद आयी, सुनकर अच्छा लगा । उत्साह वर्धन के लिए धन्यवाद

वाह, अच्छी रचना, जरा और पोलिस की आवश्यकता थी, फिर भी प्रयास अच्छा बन पड़ा है, बधाई आदरणीया शुभ्रा जी |

बागी जी आप और ओ बी ओ टीम के सहयोग से पोलिश करना  सीख जाउंगी ,धन्यवाद

बाल कविता :

तितली रानी 

शुभ्रा शर्मा 

*

तितली रानी तितली रानी

(1 1 2 2 2 1 1 2 2 2 = 16 मात्रा).

**
तितली रानी तितली रानी,
रंग -बिरंगी तितली रानी।। 
फूलों पर तू लगती प्यारी 
कितनी सुन्दर न्यारी-न्यारी।। 
फूलों का रस तेरा जीवन 
तुझसे सज्जित सारा मधुवन।। 
अपने जैसा सबको कर दे 
सबके जीवन में रंग भर दे।।
*
तितली रानी तितली रानी .
रंग-बिरंगी तितली रानी 
इतनी फुर्ती  कैसे पायी?
हम बच्चों के मन तू भायी।। 
क्षण में धरती, क्षण में अम्बर 
नाच रही तू सबका मन हर।। 
जब-जब बगिया में उड़ती है
तू फूलों जैसी दिखती है 
*
(शुभ्रा जी, रचना में कुछ परिवर्तन किये हैं। पसंद हो तो स्वीकार लें अन्यथा भूल जाएँ। हर पंक्ति में पदभार समान हो तो बच्चों को गाने में आसानी होगी। शहद तितली  नहीं मधु मक्खी बनाती है। तितली बादल जितनी ऊंचाई पर मैंने कभी नहीं देखी।)

आदरणीय संजीव जी इस रचना को आपने मात्रा के अनुसार साध कर बहुत सुन्दर गेयता और सरसता प्रदान की है, बिलकुल निखर उठा यह गीत...

हम सब आपकी इस ज्ञान वर्षा से यूं ही सीखते रहे.

सादर आभार

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"क्या खूब कहा आदरणीय निलेश भाई सादर बधाई,   “जो गुज़रेगा इस रचना से ‘नक्की’…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"हा हा हा.. कमाल-कमाल कर जवाब दिये हैं आप, आदरणीय नीलेश भाई.  //व्यावहारिक रूप में तो चाँद…"
13 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - तमन्नाओं को फिर रोका गया है
"धन्यवाद आ. रवि जी ..बस दो -ढाई साल का विलम्ब रहा आप की टिप्पणी तक आने में .क्षमा सहित..आभार "
19 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)
"आ. अजय जी इस बहर में लय में अटकाव (चाहे वो शब्दों के संयोजन के कारण हो) खल जाता है.जब टूट चुका…"
21 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. सौरभ सर .ग़ज़ल तक आने और उत्साहवर्धन करने का आभार ...//जैसे, समुन्दर को लेकर छोटी-मोटी जगह…"
21 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . लक्ष्य
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।  अब हम पर तो पोस्ट…"
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आ. भाई शिज्जू 'शकूर' जी, सादर अभिवादन। खूबसूरत गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आदरणीय नीलेश नूर भाई, आपकी प्रस्तुति की रदीफ निराली है. आपने शेरों को खूब निकाला और सँभाला भी है.…"
Tuesday
अजय गुप्ता 'अजेय posted a blog post

ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)

हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है पहचान छुपा के जीता है, पहचान में फिर भी आता हैदिल…See More
Tuesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - वो कहे कर के इशारा, सब ग़लत ( गिरिराज भंडारी )
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
Tuesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन।सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Tuesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . लक्ष्य
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं हार्दिक बधाई।"
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service