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भोजपुरी साहित्य Discussions (244)

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एन सी एस फिल्मस के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म " फंस गईले प्रेम" की ट्रैक रिकार्ड सम्पन हुआ

एन.सि.एस. फिल्मस के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म “ फंस गईले प्रेम “ के नव गाने की ट्रैक रिकॉर्डिंग कोलकाता लेकटाउन में स्थित फिउजन प्रो स्…

Started by Rash Bihari Ravi

1 Jan 11, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी लघुकथा : लछुमन रेखा (गणेश जी बागी)

           सीता के बियाह भइला पाँच बरिस भ गइल | बिदाई के बेरा प माई के कहलका आजुओ भुलाईल नईखी ऊ, "बेटी तोहार ससुरा के देहरी तोहार लछुमन रेख…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

12 Nov 9, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

कुण्डलियां--प्रमोद श्रीवास्तव

ठाढ़े बकुल - धीयान माँ थाम ठिकरा हाथअझुराएल सझुरैहन ताना खोजि चीकॅना हाथखोजि चीकॅना हाथ बनइहन तन-मन ढीला झाड़ पोंछि तइयार ठॉकिहेनअगिला कीला…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

0 Jun 26, 2014

देख जिला बलिया हमार |

देख जिला बलिया हमार | सबसे मनोहर पावन जिला ,  देख जिला बलिया हमार | लोग नहालन ददरी मेला  ,        बहे गंगाजी के धार | मंगल पाण्डेय जी क…

Started by Shyam Narain Verma

1 Jun 23, 2014
Reply by PRAMOD SRIVASTAVA

अब का होई नेता जी

मन अशांत चमचन के , परेशान पेपर पढ़ पढ़ के , दस केस अदालत में बा , सौ दबल बा थाना में , अगिला चुनाव बा आवे वाला , हो जाइ सब गरबर झाला , रउआ अय…

Started by Rash Bihari Ravi

3 May 30, 2014
Reply by PRAMOD SRIVASTAVA

भोजपुरी गीत

गीत दिनवा ओराये लागल रतिया हेराए लागल बुते लागल असरा क. बरल. तु दियना कह. अइब. कबले, लागे मोर जिय ना का ओही देसवा मा- बाटे, जे बिलमि गइल. म…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

0 May 15, 2014

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी लघुकथा : मन्थरा (गणेश जी बागी)

गवना के एक साल बाद गोदी मे चान नियन बेटी लेके रूपा पहिला हाली नईहर आइल बाड़ी, घर मे तेवहार जइसन माहौल बा, अँगना मे घर के सभे लोग उनुका के घ…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

13 Mar 12, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

मुख्य प्रबंधक

बात जवन भुलाला ना (सरस्वती पूजा पर विशेष)

बोल बोल कागा, तोरे सगुनवा नीक लागा  ..... चिकनी चमेली आ फेविकोल के बीचे जब "कागा" सुनाइल त हम अपना के रोक ना सकनी आ टेक्टर पर छोट-छोट लइकन…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

9 Feb 5, 2014
Reply by Shyam Narain Verma

सदस्य टीम प्रबंधन

दशहरा : भोजपुरी दोहे // -- सौरभ

जोन्ही भर के जोर पर, चिहुँकल छनकि अन्हार ढिबरी भर के आस ले, मनवाँ सबुर सम्हार रहि-रहि मन अकुतात बा, दुअरा लखन-लकीर  सीता सहमसु चूल्हि…

Started by Saurabh Pandey

19 Feb 2, 2014
Reply by Dr. Anil Mishra

बिना माई के ई संसार ना चली ।

बिना माई के ई संसार ना चली । कइसे कहल बबुआ , तोहरा से भार ना चली । बड़ कइनी तोहरा के दुधवा पीयाके । छाती से लगा के रखनी दुखवा भुलाके ।…

Started by Shyam Narain Verma

0 Dec 24, 2013

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