For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

भोजपुरी साहित्य Discussions (247)

← Back to भोजपुरी साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

कुण्डलियां--प्रमोद श्रीवास्तव

ठाढ़े बकुल - धीयान माँ थाम ठिकरा हाथअझुराएल सझुरैहन ताना खोजि चीकॅना माथखोजि चीकॅना हाथ बनइहन तन-मन ढीला झाड़ पोंछि तइयार ठॉकिहेनअगिला कीला…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

2 Jan 11, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

मन भकुआईल बा--प्रमोद श्रीवास्तव

घुसत बा गवें गवेंमज़े मज़े जात बाबबुनी हो मीठ तोहार बतिया बुझात बा का तोहार नाम औउरकहाँ तोहार गाँव बाघुलि मिली हवा संगेकान मा घोरात बा प…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

2 Jan 11, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

कुण्डलियां--प्रमोद श्रीवास्तव

भ्रष्टाचार लंगोटीया मुँहवा भइल बचाल वोट चढ़ावे आस्तीन जन .में उठल बवाल जन .में उठल बवाल हाथ दूनो चपकल बा माथे बोझ चिहात रूप कईसन बदलल बा रो…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

1 Jan 11, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

एन सी एस फिल्मस के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म " फंस गईले प्रेम" की ट्रैक रिकार्ड सम्पन हुआ

एन.सि.एस. फिल्मस के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म “ फंस गईले प्रेम “ के नव गाने की ट्रैक रिकॉर्डिंग कोलकाता लेकटाउन में स्थित फिउजन प्रो स्…

Started by Rash Bihari Ravi

1 Jan 11, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी लघुकथा : लछुमन रेखा (गणेश जी बागी)

           सीता के बियाह भइला पाँच बरिस भ गइल | बिदाई के बेरा प माई के कहलका आजुओ भुलाईल नईखी ऊ, "बेटी तोहार ससुरा के देहरी तोहार लछुमन रेख…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

12 Nov 9, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

कुण्डलियां--प्रमोद श्रीवास्तव

ठाढ़े बकुल - धीयान माँ थाम ठिकरा हाथअझुराएल सझुरैहन ताना खोजि चीकॅना हाथखोजि चीकॅना हाथ बनइहन तन-मन ढीला झाड़ पोंछि तइयार ठॉकिहेनअगिला कीला…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

0 Jun 26, 2014

देख जिला बलिया हमार |

देख जिला बलिया हमार | सबसे मनोहर पावन जिला ,  देख जिला बलिया हमार | लोग नहालन ददरी मेला  ,        बहे गंगाजी के धार | मंगल पाण्डेय जी क…

Started by Shyam Narain Verma

1 Jun 23, 2014
Reply by PRAMOD SRIVASTAVA

अब का होई नेता जी

मन अशांत चमचन के , परेशान पेपर पढ़ पढ़ के , दस केस अदालत में बा , सौ दबल बा थाना में , अगिला चुनाव बा आवे वाला , हो जाइ सब गरबर झाला , रउआ अय…

Started by Rash Bihari Ravi

3 May 30, 2014
Reply by PRAMOD SRIVASTAVA

भोजपुरी गीत

गीत दिनवा ओराये लागल रतिया हेराए लागल बुते लागल असरा क. बरल. तु दियना कह. अइब. कबले, लागे मोर जिय ना का ओही देसवा मा- बाटे, जे बिलमि गइल. म…

Started by PRAMOD SRIVASTAVA

0 May 15, 2014

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी लघुकथा : मन्थरा (गणेश जी बागी)

गवना के एक साल बाद गोदी मे चान नियन बेटी लेके रूपा पहिला हाली नईहर आइल बाड़ी, घर मे तेवहार जइसन माहौल बा, अँगना मे घर के सभे लोग उनुका के घ…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

13 Mar 12, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"प्रस्तुति को आपने अनुमोदित किया, आपका हार्दिक आभार, आदरणीय रवि…"
18 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय जयहिंद रायपुरी जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें। सादर"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय, मैं भी पारिवारिक आयोजनों के सिलसिले में प्रवास पर हूँ. और, लगातार एक स्थान से दूसरे स्थान…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय जयहिन्द रायपुरी जी, सरसी छंदा में आपकी प्रस्तुति की अंतर्धारा तार्किक है और समाज के उस तबके…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश भाईजी, आपकी प्रस्तुत रचना का बहाव प्रभावी है. फिर भी, पड़े गर्मी या फटे बादल,…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपकी रचना से आयोजन आरम्भ हुआ है. इसकी पहली बधाई बनती…"
yesterday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय / आदरणीया , सपरिवार प्रातः आठ बजे भांजे के ब्याह में राजनांदगांंव प्रस्थान करना है। रात्रि…"
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छन्द ठिठुरे बचपन की मजबूरी, किसी तरह की आग बाहर लपटें जहरीली सी, भीतर भूखा नाग फिर भी नहीं…"
Saturday
Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

चित्र से काव्य तक

"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोंत्सव" में भाग लेने हेतु सदस्य इस समूह को ज्वाइन कर ले |See More
Saturday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173 in the group चित्र से काव्य तक
"सरसी छंद +++++++++ पड़े गर्मी या फटे बादल, मानव है असहाय। ठंड बेरहम की रातों में, निर्धन हैं…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service