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सदस्य टीम प्रबंधन कामरूप छंद // --सौरभआज हम कामरूप छंद पर चर्चा करते हैं. इसे वैताल छंद के नाम से भी जाना जाता है. यह 26 मात्राओं के चार पदों का छंद है. दो-दो पदों पर तुकान्त… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन वीर छंद या आल्हा छंदवीर छंद दो पदों के चार चरणों में रचा जाता है जिसमें यति १६-१५ मात्रा पर नियत होती है. छंद में विषम चरण का अंत गुरु (ऽ) या लघुलघु (।।) या लघ… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन उल्लाला छन्द // --सौरभहम दोहा के नियमों को अच्छी तरह से देख-समझ चुके हैं जोकि अर्द्धसममात्रिक छन्द है. इसके विषम चरण में 13 मात्राएँ होती हैं जबकि इसके सम चरण की… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन शक्ति छन्द के मूलभूत सिद्धांत // --सौरभचार पदों तथा दो-दो पदान्तता वाले शक्ति छन्द में प्रति पद कुल अट्ठारह मात्राएँ होती हैं. छन्द परम्परा के अनुसार - १. इस छन्द में पद का प्रा… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
तोमर छंदतोमर छंद (परिभाषा ) तोमर छंद एक मात्रिक छन्द है जिसके प्रत्येक चरण में १२ मात्राएँ होती हैं | पहले और दुसरे चरण के अन्त में तुक होता है, औ… Started by Er. Ambarish Srivastava |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन हरिगीतिका छन्द के मूलभूत सिद्धांत // --सौरभइस पाठ में हम हरिगीतिका छन्द पर चर्चा करने जा रहे हैं. यह अवश्य है कि हरिगीतिका छन्द के विधान पर पहले भी चर्चा हुई है. लेकिन प्रस्तुत आलेख… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन गीतिका छंदइस छंद के नाम पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. कारण कि, इसीसे मिलते-जुलते नाम का एक और छंद हरिगीतिका भी एक सुप्रसिद्ध छंद है. हम यहाँ ग… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन कुण्डलिया छंद : मूलभूत नियमकुण्डलिया एक विशिष्ट छंद है. यह वस्तुतः दो छंदों का युग्म रूप है. जिसमें पहला छंद दोहा, तो दूसरा छंद रोला होता है. यानि एक दोहा के दो पदो… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन चौपाई : मूलभूत नियमप्रति चरण सोलह-सोलह मात्राओं का ऐसा छंद है जिसके कुल चार चरण होते हैं. यानि प्रत्येक चरण में सोलह मात्रायें होती हैं. चौपाई के दो चरणों क… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
सदस्य टीम प्रबंधन रोला छंद : मूलभूत नियमरोला छंद भी मात्रिक छंद ही है. रोला छंद के चार पद और आठ चरण होते हैं. लेकिन इसका मात्रिक विधान दोहे के विधान का करीब-करीब विपरीत होता है.… Started by Saurabh Pandey |
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Jun 18 Reply by मिथिलेश वामनकर |
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