(1)
सुनी सुनाई बात पर, मत करना विश्वास ।
चक्कर में गौमूत्र के, थम ना जाए श्वास ।।
(2)
कोरोना से तेज अब, फैल रही अफ़वाह ।
सोच समझ कर पग रखो, कठिन बहुत है राह ।।
(3)
कोरोना के संग यदि, लड़ना है अब जंग ।
धरना-वरना बस करो, बंद करो सत्संग ।।
(4)
साफ सफाई स्वच्छता, सजग रहें दिन रात ।
दें साबुन से हाथ धो, कोरोना को मात ।
(5)
मुश्किल के इस दौर में, मत घबराओ यार ।
बस वैसा करते रहो, जो कहती सरकार ।।
(मौलिक एवं…
ContinueAdded by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 20, 2020 at 10:00am — 4 Comments
तीन क्षणिकाएँ ...
एक: पन्ने
कुछ पन्ने
अलग करने योग्य
जुड़ने चाहिए
बच्चों की कापियों में
ताकि ...
वो खेल सकें
राजा-मंत्री, चोर-सिपाही
उड़ा सकें
हवाई जहाज
चला सकें
कागज की नाव
बिना डर,
बगैर किसी
असुविधा के ।
***
दो : कोना
बचाकर रखता हूँ
एक छोटा-सा कोना
अपने दिल में ...
जब होता…
ContinueAdded by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 6, 2020 at 8:39am — 4 Comments
उफ्फ !! ये सब्जी वाले भी न, बड़ा हल्ला करते हैं । साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय सचिव खान साहब ने संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गुप्ता से कहा ।
"वो सब छोड़िए खान साहब, ये बताइये कि कितने कवियों और कवयित्रियों की अंतिम सूची बनी जिन्हें सम्मानित करने का प्रस्ताव है ?"
"जी गुप्ता साहब, आपके निदेशानुसार 25 कवियों और 125 कवयित्रियों की सूची तैयार कर ली गयी है, किंतु एक बात समझ नही आयी कि इनमें से अधिकतर तो कोई स्तरीय साहित्यकार भी नही हैं, फिर क्यों आपने उन्हें साहित्य और…
Added by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 5, 2020 at 9:30am — 14 Comments
अतुकांत कविता : माँद
=============
क्या आपने कभी देखी है ?
सियार की माँद !
मैं बताता हूँ
क्या होती है माँद !
जमीन के अंदर
सियार बनाता है
सुरक्षित आशियाना
जिसे कहते हैं माँद
माँद से जुड़े होते है
छोटे-लंबे
कई सारे रास्ते
ताकि
जब कोई खतरा हो
तो उसका कुनबा
निकल सके सुरक्षित...
देश की न्याय प्रणाली भी है
उसी माँद की मानिंद
एक रास्ता बंद होता है
तो कई…
Added by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 3, 2020 at 7:59am — 4 Comments
अतुकांत कविता : आदमखोर
==================
नुकीले दाँत
लंबे-लंबे नाखून
उभरी हुई बड़ी-बड़ी आँखें
चार पैर
लंबी-सी जीभ
बेतरतीब बाल
भयानक चेहरा
बेडौल शरीर
डरावनी दहाड़ ?
नहीं-नहीं ...
वो ऐसा बिलकुल नहीं है
उसके पास हैं
मोतियों जैसे दाँत
तराशे हुए नाखून
खूबसूरत आँखें
दो पैर, दो हाथ
सामान्य-सी जीभ
सलोना चेहरा
सजे-सँवरे बाल
आकर्षक शरीर
मीठे बोल
किंतु...
वो…
Added by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 1, 2020 at 11:18pm — 2 Comments
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