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दफ़्तर में तू पहला दिख
काम न कर पर करता दिख.
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ये बाज़ार का मंतर है
सस्ता बिक पर महँगा दिख.
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कर व्यवहार परायों सा…
Added by Nilesh Shevgaonkar on July 31, 2023 at 11:05am — 8 Comments
१२१२ ११२२ १२१२ २२ (११२)
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नशे में लाख रहूँ पर बहक नहीं सकता
लबों से तल्ख़ियाँ दिल की मैं बक नहीं सकता.
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मुझे ये डर है बयाबान में न खो जाऊं
मैं अपने आप में ज़्यादा भटक नहीं सकता.
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कभी लगे है…
Added by Nilesh Shevgaonkar on July 19, 2023 at 3:22pm — 4 Comments
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