कुछ इस तरह से, मेरी ज़िन्दगी का पल गुज़रे ।
ह्रदय की पीर, मेरे आंसुओं में ढल गुज़रे ।।
तुझे मै देख के लिक्खूं , या सोच के लिक्खूं ।
कि तुझसे हो के, हर एक शेर हर ग़ज़ल गुज़रे ।।
यूँ तो एक रोज़ गुज़ारना है दिल की धड़कन को ।
पर तुझे देख के धडके, धड़क के दिल गुज़रे ।।
वो तेरा दर की जहाँ हम बिछड़ गए थे कभी ।
हो के हर रोज़ उसी दर से, ये पागल गुज़रे ।।
वो एक दिन की वीर खुशियों का सिकंदर था ।
ये एक दिन, की तेरे गम…
Added by Anil Chauhan '' Veer" on September 12, 2013 at 11:00am — 6 Comments
आशिक के दिल की ख्वाहिशो अरमान हैं आँखें ।
कुछ दिन से ये लगता है, परेशान हैं आँखें ॥
Added by Anil Chauhan '' Veer" on September 10, 2013 at 10:10pm — 12 Comments
वो देश जहाँ नारी महिमा, सदियों से गायी जाती है ।
Added by Anil Chauhan '' Veer" on September 10, 2013 at 9:00am — 19 Comments
तुझको देखूं, तुझे चाहूँ, तुझी से प्यार करूँ ।
तेरे सिवा न किसी पर भी ऐतबार करूँ ॥
तू न आई है, ना आएगी, मेरे मिलने को ।
ये जानकर भी, मै बस तेरा इंतज़ार करूँ ॥
तू पशेमा नहीं होती है, बेवफा होकर ।
मै वफ़ा करके भी, अपने को शर्मसार करूँ ॥
तेरी रातें तो महकती हैं गुलाबों की तरह ।
अपनी रातों को बता कैसे लालाज़ार करूँ ॥
नींद उड़ जाए तेरी, जब भी मेरा नाम आये ।
मै चाहता हूँ तुझे, कुछ ऐसे बेक़रार…
ContinueAdded by Anil Chauhan '' Veer" on September 7, 2013 at 6:50am — 17 Comments
तेरे चेहरे में वो खुमारी है, रात करवट बदल गुज़ारी है ।
तुमने हारा है मुझपे दिल अपना,हमने भी तुमपे नींद हारी है ॥
तुम भी सोते नहीं हो रातों को,
हम भी बस करवटें बदलते हैं ।
तुम शमा बन के उधर जलते हो,…
ContinueAdded by Anil Chauhan '' Veer" on September 6, 2013 at 6:30am — 25 Comments
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