For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

प्रेम धुन

प्रिय मोहन
नाचत मन राधा
वेणुका धुन

विरह

टूटती आस
साजन घर नाहीं
फागुन मास

बुरी प्रथा

लोभी इंसान
लाचार हुआ बाप
लौटी बारात

डर

रात पहर
गरज रहें मेघा
सहमे मन


मजबूरी

यहाँ से वहाँ
आज कुछ ना मिला
भूखा सो गया

कृष्ण जन्म

भादो की रैना
मन में उत्सुकता
भयो जनम्

"मौलिक व अप्रकाशित"

Views: 583

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Pawan Kumar on September 4, 2014 at 10:07am

"""आदरणीय  गिरिराज भंडारी  जी, सादर अभिवादन! प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार! """


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on September 1, 2014 at 4:01pm

आदरणीय पवन भाई , सभी हाइकु सुन्दर रचे हैं , दिली बधाइयाँ स्वीकार करें |

Comment by Pawan Kumar on August 28, 2014 at 5:58pm

"आदरणीया सविता मिश्रा जी  सादर अभिवादन! प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार! 

Comment by Pawan Kumar on August 28, 2014 at 5:53pm

"" आदरणीय सुरेन्द्र जी, प्रोत्साहन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद ।"" "

Comment by savitamishra on August 27, 2014 at 9:49pm

बहुत बढ़िया

Comment by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR on August 27, 2014 at 6:59pm

यहाँ से वहाँ
आज कुछ ना मिला
भूखा सो गया

सुन्दर हाइकु ........बधाई  पवन जी 

Comment by Pawan Kumar on August 27, 2014 at 5:06pm

" आदरणीय श्याम नरायन वर्मा जी, प्रोत्साहन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद ।"" 

Comment by Pawan Kumar on August 27, 2014 at 5:03pm

""आदरणीया राजेश कुमारी जी  सादर अभिवादन! प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार! 

Comment by Pawan Kumar on August 27, 2014 at 5:00pm

आदरणीय डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव जी सादर अभिवादन.....
आप सबके उत्साहवर्धन से बहुत बल मिलता है .... और हमेशा कोशिश रहेगी कि कोशिशें जरिये-अल्फाज़ नुमायाँ हो।

Comment by Shyam Narain Verma on August 27, 2014 at 10:20am
" अच्छी प्रस्तुति आदरणीय ,बधाई ................. "

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

जो कहता है मज़ा है मुफ़्लिसी में (ग़ज़ल)

1222 1222 122-------------------------------जो कहता है मज़ा है मुफ़्लिसी मेंवो फ़्यूचर खोजता है लॉटरी…See More
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सच-झूठ

दोहे सप्तक . . . . . सच-झूठअभिव्यक्ति सच की लगे, जैसे नंगा तार ।सफल वही जो झूठ का, करता है व्यापार…See More
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

बालगीत : मिथिलेश वामनकर

बुआ का रिबनबुआ बांधे रिबन गुलाबीलगता वही अकल की चाबीरिबन बुआ ने बांधी कालीकरती बालों की रखवालीरिबन…See More
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आदरणीय सुशील सरना जी, बहुत बढ़िया दोहावली। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर रिश्तों के प्रसून…"
yesterday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"  आदरणीय सौरभ जी सादर प्रणाम, प्रस्तुति की सराहना के लिए आपका हृदय से आभार. यहाँ नियमित उत्सव…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, व्यंजनाएँ अक्सर काम कर जाती हैं. आपकी सराहना से प्रस्तुति सार्थक…"
Sunday
Hariom Shrivastava replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"आपकी सूक्ष्म व विशद समीक्षा से प्रयास सार्थक हुआ आदरणीय सौरभ सर जी। मेरी प्रस्तुति को आपने जो मान…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"आपकी सम्मति, सहमति का हार्दिक आभार, आदरणीय मिथिलेश भाई... "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"अनुमोदन हेतु हार्दिक आभार सर।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन।दोहों पर उपस्थिति, स्नेह और मार्गदर्शन के लिए बहुत बहुत आभार।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ सर, आपकी टिप्पणियां हम अन्य अभ्यासियों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होती रही है। इस…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक आभार सर।"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service