है फूलों सी खुशबू तेरे इस बदन में
जी चाहता है मैं साँसों में भर लूँ
अधूरा रहेगा ये इकरार मेरा
पहलू में अपने जो तुझको ना भर लूँ
हंसी से तेरी खिल जाती है कलियाँ
जगमग सी हो जाती है तेरे आने से दुनिया
है किसने मिलाया नशा इस समा में
कदम लड़खड़ाते है देख कर तेरी गालियां
मैं ज़िंदा हूँ साँसे लिए जा रहा हूँ
यौवन को तेरी पीए जा रहा हूँ
सरकने ना देना तू सीने से आँचल
ख्वाहिश मनचलों सी किये जा रहा हूँ
तेरी हर हया को बस मैं जानता हूँ
तेरी हर अदा को मैं पहचानता हूँ
छुपा के जो रक्खा है दिल तुने अपना
वो मेरा ही हक़ है ये मैं मानता हूँ
बातों में अपनी तू उलझा के रख ले
सवालों के मेरी तू सुलझा के रख ले
जताना तभी तू अपनी वफ़ा को जो
मुझे अपनी आखों में बसा के तू रख ले
दवा का असर और दुआ की कसर है
बिन तेरे मुझपे ये सब बेअसर है
है मुमकिन नहीं कुछ भी तुझसे छुपाना
हर हरकत पर मेरी ये तेरी नज़र है
झिझकते हुए तेरी बातों को कहना
मेरे साथ अंजानी राहों पर चलना
ये मैं जानता हूँ या तू जानती है
कैसा मज़ा है मोहब्बत की तडपन में जलना
सफर है ये लंबा मगर काट लेंगे
आपस में अपने हम ग़म बाँट लेंगे
मिलेंगे ज़ख़्म ये हमको पता है
वफाओं की पट्टी हम बाँध लेंगे
"मौलिक व अप्रकाशित"
अमन सिन्हा
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online