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उन्हें देख कर सूरत पे जलाल आए

जब भी तुझको पाने का ख्याल आए |
पाए किस तरह ज़हन में सवाल आए ||

.

छोड़ कर हिया वो आ लगे गले से ,
जब उनसे हम पूछने उनका हाल आए |

.

बिन उनके तो हम बैठे रहें बुझे से ,
उन्हें देख कर सूरत पे जलाल आए |

.

पकड़ा हाथ मिरा उसने बड़ी अदा से ,
जब लौटाने हम उनका रुमाल आए|

.

भूलें कैसे हम उनकी हसीन यादें ,
पिछली यादों को  दिल में संभाल आए |

.

यारो मिल कर एजद से करें दुआ हम ,
अपनी महफ़िल में रंग-ए-गुलाल आए |

.

बहुत मंशा है मिलने की उन दोस्तों को,
जो इस जिंदगी में बनके मिसाल आए ||

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Comment

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Comment by Nazeel on January 9, 2012 at 11:13am

हौसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद आप सब दोस्तों का ...:)

Comment by shashiprakash saini on January 7, 2012 at 5:11pm

बहुत खूब जनाब 


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on January 7, 2012 at 2:58pm

//पकड़ा हाथ मिरा उसने बड़ी अदा से ,
जब लौटाने हम उनका रुमाल आए|//

.

वाह वाह वाह - भई क्या कमाल की रूमानियत है. बहुत खूब. 

कृपया ध्यान दे...

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