एक कतरा दर्द-ए-दिल का उनके ही काम आया
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DHANYABA HARISH JI
आदरणीय दीपक सादर प्रणाम, शानदार रचना के लिए हार्दिक बधाई.
DR. SAHIB
AAP KAH RAHE HO SUNDAR RACHNA...IKLOTI BIBI KAL NARAZ HO GAYI YAH PADKAR.....
DHANYABAD
सुंदर रचना ..बधाई
shukriya rajesh kumari ji v pradeep ji
bahut sundar rachna really antim pankti ne to kahani hi badal di.
अब भी आ जाओ मेरे पहलू में हम बुलाते हैं
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