नयन लड़ाना पाप नहीं है बाबाजी
प्यार जताना पाप नहीं है बाबाजी
अगर पड़ोसन पट जाये तो उसके घर
आना - जाना पाप नहीं है बाबाजी
बीवी बोर करे तो कुछ दिन साली से
काम चलाना पाप नहीं है बाबाजी
पत्नी रंगेहाथ पकड़ ले तो उसके
पाँव दबाना पाप नहीं है बाबाजी
रोज़ सुबह उठ, अपनी पत्नी की खातिर
चाय बनाना पाप नहीं है बाबाजी
वेतन से यदि कार खरीदी न जाये
रिश्वत खाना पाप नहीं है बाबाजी
'अलबेला' हर व्यक्ति यहाँ दुखियारा है
इन्हें हँसाना पाप नहीं है बाबाजी
-अलबेला खत्री
Comment
'अलबेला' हर व्यक्ति यहाँ दुखियारा है
इन्हें हँसाना पाप नहीं है बाबाजी , बहुत बढ़िया अलबेला जी ,किसी दुखियारे को हँसाना पाप नही पुण्य है बाबा जी ,बधाई
आभारी हूँ आपके दुलार का ...प्यार का
जय हो आपकी भ्रमर जी......
वेतन से यदि कार खरीदी न जाये
रिश्वत खाना पाप नहीं है बाबाजी
'अलबेला' हर व्यक्ति यहाँ दुखियारा है
इन्हें हँसाना पाप नहीं है बाबाजी
आदरणीय अलबेला जी ..बहुत अच्छा बीड़ा उठाया है आप ने या कहें की बीड़ा खाया है पान का ...
धन्यवाद प्राची जी........
धन्यवाद
बहुत बहुत धन्यवाद अरुण शर्मा जी.........
आभार
आदरणीय अलबेला जी.
हंसी से गूँथ कर ऐसे -२ शब्द गढ़ते हैं की पढ़ कर तबियत हरी हो जाती है. बधाई
कहना मत किसी से आदरणीय सीमा जी,
मैं भी नाटक ही कर रहा हूँ....समझ में तो मेरे भी कुछ नहीं आया ...हा हा हा
गुरूदेव आये नहीं कई दिनों से.....
अँखियाँ प्यासी रे.....
एक विज्ञापन देना चाहिए...गुमशुदा की तलाश है ...हा हाँ हा
ये सच है आदरणीय संदीप द्विवेदी जी,
बल्कि आप कहें तो मैं पाँच रूपये के असली स्टाम्प पर भी लिख कर दे सकता हूँ कि मैं वहाँ आसानी से पहुँच सकता हूँ जहाँ रेलगाड़ी नहीं जा सकती .....इसका कारण ये है कि मैं पैदल चल लेता हूँ.........हा हा हा
इस बात का समर्थन छतीस गढ़ में चित्रकोट और तीर्थ गढ़ आदि प्राचीन झरनों पर चाय बेचने वाली वह आदिवासी बुज़ुर्ग महिला भी कर देगी जिसके यहाँ मैंने चार बार चाय पी थी घबराहट के मारे...हा हा हा हा
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