नूतन बर्ष
आओ करें अमृत मंथन
जीवन के संघर्ष मे
दिल मे कुछ संकल्प ले
इस नूतन वर्ष में
सोचें सदा वतन हित में
देशभक्ति हो मन चित में
परस्पर सदभाव हो
विकाश से लगाव हो
देश को खुशहाल बनाएँ
भ्रष्टाचार दूर भगाएँ
खुशियों से भरा हो दामन
फिंजा देश की हो मनभावन
प्रगतिशील बढ़ चले कारवाँ
निकृष्ट से उत्कर्ष में
कल्याणकारी बयार बहे
इस नूतन बर्ष में
Dr.Ajay Khare Aahat
Comment
आओ करें अमृत मंथन,जीवन के संघर्ष मे
दिल मे कुछ संकल्प ले,इस नूतन वर्ष में
निश्छल शुभकामनाओं से भरपूर कविता के लिए बधाई।
विजय निकोर
नवीन वर्ष के लिए सुन्दर मनोकामना लिए लिखी इस सुन्दर रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकारें आदरणीय डॉ. अजय खरे जी सादर.
BAHOT KHOOB...................................
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