दलाली
जब अफसर के बेटे की एक लड़की से आँख लड़ गई,
आँखों के जरिये वो दिल मे उतर गई,
नाम पूछने पर लड़की ने रिश्वत बताया,
लड़के को ठंड मे भी पसीना आया,
हाथ जोड़कर लड़का बोला,
रिश्ते मे तो आप मेरी माँ लगती हैं,
आप मेरे पापा के दिलो दिमाग,
तकिया, बिस्तर मे वास करती हैं,
यदि आपकी कोई लड़की हो तो कृपया हमें बतायें,
हम बन जायेंगे उनके माली,
लड़की ने मुस्कुरा कर कहा,
जा बेटा घर पर अकेली है दलाली,
डॉ.अजय खरे आहत
Comment
SADHUBAAD ADARNIY RAKTALE JI
वाह साहब वाह बहुत सुन्दर देश में बढ़ रही इन व्याधियों पर सुन्दर व्यंग.हार्दिक बधाई स्वीकार करें डॉ. अजय खरे साहब.
vedika ji sadhubaad
वाह वाह .. आदरणीय आहत जी! क्या कहने !
शुभकामनायें
thanks neeraj ji
Beautiful comment on present scenario!
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