एक क्षण ,
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sunder prstuti
आदरणीय ललित जी,बहुत सुन्दर प्रस्तुति///हार्दिक बधाई
दिल की गहराई से निकली यह भावना और कविता बनकर समय के पन्नों पर अंकित हो गयी. आदरणीय ललीत जी कभी कभी जीवन में ऐसे पल भी आते हैं.......जब महज एक निश्छ्ल सराहना जी का जंजाल बन जाता है.
आदरणीय ललित जी गहन भावों से सम्रद्ध प्रस्तुति पर बस यही कहूँगी वाह!!!
वाह भाई वाह-
दिल की गहराइयों से प्रसंशा
आभार आदरणीय-
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