ख्वाबों में मेरे आकर खुद ही तो बताते हो
है मुझसे मोहब्बत ये ज़माने से छुपाते हो
बढ़ जाती है क्यूँ धड़कन कभी दिल से ये पूछा है
रुक जाते हो क्यूँ मिलकर कभी दिल से ये सोचा है
फिर भी मेरा ये इश्क क्यूँ किताबी बताते हो
ये दिल का मसअला है , दिल से ही ये सुलझेगा
ज़ज़्बात की बातों से , ये और भी उलझेगा
उलफत भी है मुझसे और मुझको ही सताते हो
महफ़िल में हज़ारों की , तन्हाई में रहते हो
कहते हो नही फिर भी क्या-क्या नहीं कहते हो
करते हो सितम खुद पे मुझको भी रुलाते हो
शायद पढ़ा है तुमने मेरे ख़त को अकेले में
खोए हो तभी देखो तुम ख्वाबों के मेले में
है "इश्क" यही जिसको तुम मुझसे छुपाते हो
अमुद्रित एवं अप्रकाशित
Comment
बढ़ जाती है क्यूँ धड़कन कभी दिल से ये पूछा है
रुक जाते हो क्यूँ मिलकर कभी दिल से ये सोचा है
ये मेरा इश्क फिर भी तुम किताबी क्यूँ बताते हो
aaj mai bahut hi khush hoo ,,,,,,isliye ki OBO me aane ke baad jitni bhi rachnaye post ki , aur comments me sudhar aur parivartna ka sujhav bhi diya gaya par ,,,,,kisi me sujhav likh kar mera margdarshan nahi kiyaa ......aaj mai avibhoot hooo.....ki apne sudhar ko swayam sujhaya.....hardik dhanyavad...apko ....arun ji................meri aur bhi posts me yadi koi metre dosh ho to ....bataye avashya ......
आ0 अजय जी इस भाव पूर्ण गजल के लिए बधाई आपको ।
आदरणीय अजय भाई जी आपकी रचनाओं का भाव पक्ष बहुत सुन्दर होता है प्रवाह में थोड़ी कमी दीखती है. शब्दों को थोडा फेर बदल करने से ये समस्या भी हल हो जाएगी. उदहारण के लिए देखिये आपकी ही ये पंक्ति. सतत प्रयासरत रहें इस रचना हेतु बधाई स्वीकारें.
ये मेरा इश्क फिर भी तुम किताबी क्यूँ बताते हो
pahli baar koshish ki kuch purani jani , anjani yaade / baate taza ho jaye,.....bhali lagi ....dili shukriya ....sabhi sudhijano ka............
आदरणीय अजय भाई , मोहब्बत के ज़ज्बे को बहुत अच्छे से बयान किया है , एक अच्छी रचना के लिये आपको बधाई ॥
बहुत ही सुन्दर , हार्दिक बधाई आपको ………….. |
अजसी शर्मा जी
बड़े जवां और दिलकश जज्बात हैं i आपको बहुत बहुत बधाई i
महफ़िल में हज़ारों की , तन्हाई में रहते हो
कहते हो नही फिर भी क्या-क्या नहीं कहते हो
करते हो सितम खुद पे मुझको भी रुलाते हो........खूब सुंदर...........यह सब बातें कालेज के ज़माने में खूब होती है. शुभकामनाएँ
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