सारी दुनिया कर रही अब तेरी पहचान
तू दुर्गा तू शक्ति है तेरा कर्म महान /
तेरा कर्म महान नहीं बनना तू अबला
खुद की कर पहचान हुई तू सक्षम सबला
पहचानो अधिकार करो शिक्षित हर नारी
होना कभी न मौन झुकेगी दुनिया सारी //
.........मौलिक व अप्रकाशित...........
Comment
बहुत सार्थक और सटीक..
हार्दिक बधाई आदरणीया
सुन्दर कुण्डलियाँ! आपको हार्दिक बधाई!
शिल्प पर कसी हुई सुन्दर सार्थक कुण्डलिया ....बहुत खूब हार्दिक बधाई प्रिय सरिता जी.
सही कहा आपने आदरणीय ओमप्रकाश जी
महिला को महिला समझ जाये तो पूरी समस्या हल हो जाये
आदरणीय नादिर भाई हार्दिक आभार
आदरणीय गिरिराज जी हार्दिक आभार
शुक्रिया आदरणीया कल्पना जी
शुक्रिया श्याम नारायण जी
महिला से महिला मिल जाए तो आधी समस्या हल हो जाए .
खुद की कर पहचान हुई तू सक्षम सबला
पहचानो अधिकार करो शिक्षित हर नारी ..
सुंदर अभिव्यक्ति, महिलाओं को प्रेरणा देती हुयी ...
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