" नानी ,आप दोनों की शादी को पचास साल के ऊपर हो गए i वाऊ "I
"और फिर भी हम दोनों खुश दिख रहे हैं ,ये ही पूछना चाह रही हो ना ?"नाना जी पीछे खड़े मुस्करा रहे थे I
"तब ऑप्शंस कम थे न बेटा , मोबाइल इन्टरनेट कुछ भी नहीं था ,जो माँ बाप ने ढूँढ दिया बस उसी को झेल रहे हैं I"नानी की आँखों में शैतानी थीI
"ऑप्शंस होते तो मैडम इतनी अच्छी खिचड़ी खिलाने वाला मिलता तुम्हे "? नानी के हाथ में गरम खिचड़ी की प्लेट थमाते नाना पास आके बैठ गएI
छःमहीने पहले जब से इस शहर में नौकरी लगी है ,मम्मा पीछे पड़ी है कि नाना नानी से मिलने जाया करो Iये नानी उसकी नानी की छोटी बहन मतलब मम्मा की मौसी है I आज दिल पर पत्थर रखकर वो आ ही गई इनसे मिलने ,अपने इतवार की बलि चढ़ाकरI
"तू भी अच्छी नौकरी में है I दोस्त वोस्त तो कोई होगा ही , शादी कब कर रही है ?" नानी पास आकर बैठ गई I
ये अविनाश भी बार बार मेसेज किये जा रहा था उसे I अपने दिए ऑफर पर वो आज जवाब चाह रहा था I
"किसका मेसेज आ रहा है बार बार ?कोई दोस्त है ?"
"हाँ नानी, मेरी रूम मेट है I कुछ परेशान है Iउसका दोस्त चाह रहा है कि वो दोनों साथ रहने लग जाएँ I उसे समझ नहीं आ रहा कि क्या करें "I वो रुक रुक कर बोल रही थी I
"लिव इन रिलेशन शिप ,ये ही कहते हो न तुम ?"नानी अब सीधे उसकी आँखों में देख रही थीI
"हाँ नानी, बुरा क्या है ?,दोनों अच्छा कमाते है, एक दूसरे से प्यार करते है I जबरदस्ती शादी के पचड़े में क्यों पड़ें ?"अपनी तरफ से वो पूरा संभल के बोल रही थी I
"बुरा अच्छा तो पता नहीं , पर बेटा ये प्यार तो बिलकुल नहीं है "I नानी का लहजा अचानक गंभीर हो गया था I
"क्या मतलब नानी ?"
"अगर लड़का उससे सच में प्यार करता तो ये बात कभी नहीं उठाता"I नाना की प्लेट में खिचड़ी डालती नानी धीरे से बोली I
उसे लगा दिमाग़ में कई दिनों की पड़ी धुंध अचानक छंट गई है I
"नानी , मै भी खाऊँगी खिचड़ी मक्खन डालकर " झुर्रियों से छन कर आती नानी की गहरी मुस्कान उसे बुरी नहीं लग रही थी अब I
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