"महज़ सात वर्ष की उम्र में "सिल्वर स्क्रीन लिटिल चैम्पियन" जीतने वाला तुम्हारे डांसर बेटे का ,ये क्या हाल हो गया रेखा ?"
" उस लिटिल चैम्पियनशिप ने ही तो उसको बरबाद किया है " उसने अपने आँखों में उतरे समंदर को संभालते हुए कहा ।
" ये क्या कह रही हो तुम ! "
"हाँ ,सच कह रही हूँ , उस चैम्पियनशिप जीतने के बाद नाचने में ही वह लगा रहा , पढ़ाई छूट गयी उसकी , और तुम तो जानती हो कि फिल्मी दुनिया के भाई -भतीजेवाद में कहाँ मिलता है बाहर वालों को स्थान ? "
" वह स्टेज परफॉर्मर तो बन ही सकता है अपने इस छोटे शहर में ! "
" अरे , वह इतना बड़ा " सिल्वर स्क्रीन अवार्डी " क्या गलियों -मुहल्लों में नाचता फिरेगा ? "
" समझ गयी , इसलिए अब वह , सिर्फ नाईट -क्लब में , नशा करते हुए जिंदगी के खोये सपनो को ढूंढता फिरता है "
मौलिक और अप्रकाशित
Comment
आपको कथा अछि लगी मेरे लिए हर्ष का विषय है आदरणीय तेजवीर जी . आभार आपको
मेरी रचना कर्म पर सदा मेरा हौसला बढ़ाती है आप आदरणीया नीता जी . दिल से आभार आपको
आभार आपको तहेदिल आदरणीया राहिला जी कथा पर मुझे प्रोत्साहित करने हेतु
हार्दिक बधाई आदरणीय कांता जी!बेहतरीन प्रस्तुति!
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