For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

(चित्र गुगल से साभार)
हाइगा एक परिचय :- हाइगा साहित्य की जापानी विधा है जो १७ वी शताब्दी में शुरू की गई थी, हाइगा मूलतः दो जापानी शब्द से मिलकर बना है,

हाइगा = हाइ + गा ,

हाइ (हाइकु) = कविता ,

गा   = रंग चित्र या चित्रकला

अर्थात, हाइगा, हाइकु  और रंग चित्र के संयोजन से सृजित किया जाता है, उस समय रंग चित्र, ब्रस और रंग से तैयार किया जाता था किन्तु वर्तमान में आधुनिक साधन डिजिटल फोटोग्राफी का प्रयोग किया जाने लगा है, चित्र हाइकु के बिम्ब के रूप में नहीं भी हो किन्तु हाइकु और चित्र में सम्बन्ध अवश्य होना चाहिए | हाइगा के बारे में ओ बी ओ पर सर्व प्रथम ओ बी ओ सदस्या डॉ हरदीप कौर संधु ने चर्चा किया था, हम डॉ साहिबा के आभारी है |

Views: 901

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on January 22, 2012 at 4:35pm

आभार आदरणीया राजेश कुमारी जी |


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on January 22, 2012 at 3:58pm

bahut umda haaiku pasand aai.

Comment by vaneetnagpal on December 31, 2011 at 11:21pm
Comment by ratnesh on November 27, 2011 at 6:20am

bagi ji ne bahut samay se darshan nahee de rahen hain kya koi naraji hai

prabhu apne bhakto se naraj nahee hote hain 

bhakto ka to kam he hai ke prabhu ko bhool jana

Comment by Er. Ambarish Srivastava on September 14, 2011 at 12:45am

आदरणीया सुनीता जी,
हाइकू में प्रथम पंक्ति में ५ वर्ण
द्वितीय पंक्ति में ७ वर्ण
और तृतीय पंक्ति में ५ वर्ण ही होते हैं

(५.७.५)

Comment by सुनीता शानू on September 13, 2011 at 11:36pm

धन्यवाद गणेश जी कुछ नया सीखने को मिला।कृपया बतायें हाईकू में शब्द मात्रा का क्या हिसाब है ५.७.५ है या कुछ और...

सादर


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2011 at 7:20pm

दुष्यंत भाई आभार आपका, आपने एक त्रुटी को इंगित किया है, मैंने उसे दुरुस्त कर दिया है और वो भी इस तरह से कि समझ में आये कि दुरुस्त किया गया है :-)

पुनः आपका आभार |


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2011 at 7:18pm

बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया डाक्टर साहिबा, आपका सुझाव सर आँखों पर, चित्र कुछ ऐसा है जो दो कोण से दो दिख रहा है, एक बार पुनः ध्यान से देखेंगी तो मुझे लग रहा है कि हाइकु से सम्बंधित ही दिखेगा |

Comment by दुष्यंत सेवक on September 6, 2011 at 3:05pm

आभार बागी जी  वैसे भी आप तो नये प्रयोगों के सरताज हो चुके हैं/....सेकेंड स्टॅन्ज़ा के तीसरी लाइन में आप मुहर वाली मुहरें का प्रयोग करना चाह रहे हैं या मोहरे वाला वर्ड प्रयोग करना चाह रहे है इसमे तोड़ा कन्फ्यूषन है....

Comment by SS on September 6, 2011 at 4:49am

 

अच्छा प्रयास है ....
मैं कुछ जानकारी और देना चाहती हूँ
जब हाइगा बनाया लिखा जाता है तो चित्र व हाइकु में सम्बन्ध होता है ...  यहाँ  एक  हाइकु तो यह दिखा रहा है लेकिन दूसरे नहीं .....अच्छा होता अगर एक चित्र पर एक ही हाइकु जोड़ा जाए !
हरदीप

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .

दोहा पंचक  . . . .( अपवाद के चलते उर्दू शब्दों में नुक्ते नहीं लगाये गये  )टूटे प्यालों में नहीं,…See More
16 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करते बहुत बढ़िया छंद हुए हैं। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम मथानी जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिये आपका हार्दिक आभार "
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service