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." अनजानी दस्तक " का लोकार्पण .....अविनाश बागडे का संचालन

Photo: " अनजानी दस्तक " से.... ************************ ' उनके हिस्से के गम नहीं देखते, घर के बाहर , हम नहीं देखते. फूलों को खिलना था खिल गए, अच्छा बुरा मौसम नहीं देखते.' ----माधुरी राउलकर...नागपुर. --------------------------------- हाल ही में नागपुर की जानी-मानी शायरा माधुरी राउलकर के ग़ज़लों का गुलदस्ता.." अनजानी दस्तक " का लोकार्पण नामचीन साहित्यकारों के समक्ष डॉ.वेदप्रकाश मिश्रा के साथ प्रसिद्द गीतकार कृष्ण कुमार चौबे,गायक एम्. ए. कादर, प्रक्षेप प्रकाशन के मानद संचालक व् रचना के अध्यक्ष डॉ. सागर खादीवाला ने किया.कवी अविनाश बागडे ने कार्यक्रम का संचालन तथा व्यंगकार अनिल मालोकर ने आभार माना.

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माधुरी राउलकर जी को हार्दिक बधाई तथा विमोचन की सफलता हेतु बागडे जी व् उससे जुड़े सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई 

AABHAR Rajesh kumari mam..

अविनाश जी,
माधुरी राउलकर जी तथा आपको हार्दिक बधाई

बहुत बहुत आभार वीनस केसरी  जी.

भाई अविनाशजी, हिन्दी साहित्य के विकास हेतु समर्पित रचनाकारों और वरिष्ठ सदस्यों को मेरी हार्दिक बधाई संप्रेषित है.

बहुत बहुत आभार सौरभ जी.

badhaai badhaai badhaai

 आभार   आभार  आभार Albela Khatri  जी. 

आदरणीय अविनाश सर जी बहुत बहुत बधाई आपको इस सफल संचालन हेतु
आदरणीया माधुरी जी को भी हार्दिक शुभकामनाओं सहित सादर बधाई

बहुत आभार SANDEEP KUMAR PATEL ji.

लेखक के साथ साथ आपको और इस साहित्यिक आयोजन से जुड़े सभी विद्व जनों को हार्दिक बधाई !! 

आभार'Abhinav' ji.

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"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
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"आ. भाई अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"आ. भाई अमित जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए धन्यवाद।"
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