For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

एक घोषणा:-महीने का सक्रिय सदस्य (Active Member of the Month)

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभी सदस्यों को यह बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि OBO परिवार के सक्रिय सदस्यों को सम्मानित करने का निर्णय OBO प्रबंधन द्वारा किया गया है, इसके लिये सितम्बर माह से प्रत्येक महीने के १ तारीख को सदस्य के पिछले महीने के गतिविधि को आधार मानकर OBO परिवार के किसी एक सदस्य का चुनाव "महीने का सक्रिय सदस्य" ( Active Member of the Month ) के रूप मे किया जायेगा तथा उनका छाया चित्र संक्षिप्त परिचय के साथ OBO के मुख्य पृष्ठ पर पूरे महीने के लिये लगाया जायेगा |

महीने का सक्रिय सदस्य ( Active Member of the Month ) का चुनाव करते समय OBO प्रबंधन निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखेगी,
१-ब्लॉग और फोरम पर सदस्य की सक्रियता रचना / टिप्पणी के रूप में,
२-chat पर सदस्य की सक्रियता,
३-अन्य सदस्यों के साथ व्यवहार,

आशा है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के इस कदम की सराहना आप लोगो से मिलेगी, यदि कोई सुझाव हो तो अवश्य लिखेंगे |

संशोधन :-

1-ओ बी ओ प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि माह अगस्त2011 से "महीने का सक्रिय सदस्य" ( Active Member of the Month ) का छाया चित्र ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर अत्यंत संक्षिप्त परिचय के साथ लगाया जायेगा |

2-ओ बी ओ देगा "महीने के सक्रिय सदस्य" को नकद पुरस्कार :-  माह जनवरी २०१२ से "महीने के सक्रिय सदस्य" (Active member of the month) को पुरस्कार स्वरूप ११०० रुपये नकद एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा. यह पुरस्कार "ग्रिक्स टेक्नोलोजीज (प्रा) लिमिटेड", मोहाली (पंजाब) द्वारा प्रायोजित किया गया है. 

3-पुरस्कार राशि का बैंक ड्राफ्ट केवल भारत में भुगतेय और प्रमाण पत्र भारत के पते पर ही भेजा जायेगा |

New :- दिनांक १ जनवरी २०१४ के प्रभाव से प्रायोजक मिल जाने तक नगद पुरस्कार राशि प्रदान नहीं की जाएगी , यह पोस्ट इस हद तक संशोधित |
आप सबका अपना ही
एडमिन
OBO

Views: 21945

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय

प्रबंधक महोदय 

आपकी सक्रीय सदसय्ता में पुरुष्कार की घोसणा अत्यंत ही सराहनीय कदम है मैं 

आपके इस सराहनीय प्रयाश का समर्थन करता हूँ |

bahut hi behtar aur khoobsurat tarika hai yah ........
hum ummed kar rahe hai ki is pratiyogita ke wajah se sadasyon ka lagaw aur bhi gahrata jayega OBO se ...................kyoki kaha gaya hai ki pratiyogita hi wah daur hai jaha se log apne aap ko aur uper utha sakte hai .....................aur admin jee ko main main dhanyawad dena chahunga is pratiyogita ko obo ke stage par lane ke liye
(१) माह सितम्बर -२०१० के सक्रिय सदस्य


ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सक्रिय सदस्य और समस्तीपुर ( बिहार ) के मूल निवासी श्री मनोज कुमार झा "प्रलयंकर" जी वर्तमान मे चेन्नई मे सपरिवार रह रहे है तथा एक अव्यवसायिक सामाजिक संस्था National Environmental & Hygienic Association, (NEHA) का सफलता पूर्वक संचालन कर रहे है, श्री कुमार विज्ञान और कला विषय से दोहरी स्नातकोत्तर डिग्री एवं एम. फिल. की डिग्री प्राप्त किये हुए है साथ ही अब तक नव अलग अलग विषयो मे डिप्लोमा प्रमाण पत्र भी प्राप्त किये है | श्री कुमार अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, मराठी और मैथिलि भाषाओँ के जानकार हैं | उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |
(2) माह अक्टूबर -२०१० के सक्रिय सदस्य

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सक्रिय सदस्य श्री नवीन सी. चतुर्वेदी जी का जन्म अक्टूबर १९६८में मथुरा के एक प्रतिष्ठित चतुर्वेदी ब्राह्मण कुल में हुआ | बचपन में ही आपने ऋग्वेद का अध्ययन किया है |
आपने वर्ष १९८७ में आगरा यूनिवर्सिटी से वाणिज्य से स्नातक की डिग्री हासिल की | कविता की शिक्षा आपको ब्रज भाषा काव्य के धुरंधर श्री यमुना प्रसाद "प्रीतम" जी से प्राप्त हुई | कविता के विभिन स्वरूपों स्वछंद कविता, गीत, छंद, ग़ज़ल, सोरठा, सैवय्या, दोहा और मुक्तक आदि पर आपने कलम आजमाई की हैं,आपकी रचनाये विभिन प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं |
आप काफी समय तक साप्ताहिक 'भाइन्दर भूमि' में 'ठाले-बैठे' नामक एक कॉलम भी लिखते रहे हैं | आपकी रचनाएँ हिन्दी अख़बार 'संझा जनसत्ता' 'यशोभूमि' वग़ैरह में भी प्रकाशित हो चुकी हैं | इसके इलावा आपने अनेको कवि सम्मेलनों में भी हिस्सा लिया है, जिनमे से कुछ आकाशवाणी पर भी प्रसारित हुए हैं | बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री नवीन सी.चतुर्वेदी जी अपनी मातृभाषा "ब्रजभाषा" के अतिरिक्त हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में भी सिद्धहस्त हैं | वर्तमान मे आप मुंबई मे एक कंपनी चला रहे हैं जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर उत्पाद के क्षेत्र में खूब नाम कमा रही है | आपका मानना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को साहित्य में रुचि लेनी चाहिए ताकि वे फ़िज़ूल के हंगामो से दूर रहे |
उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |
(3) माह नवम्बर -२०१० के सक्रिय सदस्य

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सक्रिय सदस्य श्री आशीष यादव जी का जन्म १७ जुलाई १९९० को गाजीपुर जनपद के दुर्खुशी ग्राम में हुआ | आपके पिता श्री अम्बिका सिंह यादव सीमा सुरक्षा बल (B.S.F.) में कार्यरत है | आपने हाई स्कूल तक की शिक्षा गाजीपुर से करने के पश्चात इंटरमिडियट इलाहाबाद से पूर्ण की, वर्तमान मे आप लखनऊ के एक ख्याति प्राप्त तकनिकी संस्थान बाबू बनारसी दास से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग स्नातक के तृतीय वर्ष के छात्र है | आप की रूचि हमेशा से साहित्य में रही है | अपनी कोर्स की पुस्तकों के साथ साथ आप साहित्य की भी पुस्तके पढ़ना पसंद करते है | कविता और कहानी लिखना आपकी आदत में शुमार है | आप हिंदी के साथ साथ कई भोजपुरी रचनायें भी लिखते रहते है |
उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |

(4) माह दिसम्बर-२०१० के सक्रिय सदस्य

 

भदोही उ.प्र. के मूल निवासी और ओपन बुक्स ऑनलाइन के सक्रिय सदस्य श्री शेष धर तिवारी जी वर्तमान मे इलाहाबाद उ.प्र. मे निवास करते है, आप ने यांत्रिक अभियंत्रण मे स्नातक की डिग्री प्राप्त किया है|आप अपनी मार्केटिंग कंपनी मे प्रबंध निदेशक है तथा एक सोफ्टवेयर कंपनी के केंद्र निदेशक रह चुके है |आप पंतनगर स्थित पन्त कालेज आफ टेक्नालाजी में सहायक शोध अभियंता रह चुके हैं और बोकारो स्टील प्लांट में अभियंता भी रहे हैं जहाँ रोटरी क्लब से जुड़ कर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे हैं| साहित्य और सामाजिक कार्यों मे आप की गहन रूचि है | सामाजिक दायित्वों को पूरा करने हेतु श्री तिवारी ने "समन्वय" नामक साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संस्था की स्थापना कि है साथ ही "अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन" के कार्यकारी अध्यक्ष भी है |

आप साहित्य की भिन्न भिन्न विधाओं मे लेखन करते हुए सदैव नये साहित्यकारों को प्रोत्साहित करते रहते है | आप का मानना है कि साहित्य सदैव सीखने कि विषय वस्तु है |
उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |
बहुत ही सराहनीय प्रयास है. आशा है की अब सभी रचनाओं पर टिप्पणी भी प्राप्त करेंगे सभी रचनाकार और मार्गदर्शन भी.  
अत्यंत सुंदर इससे सभी को प्रोत्साहन मिलेगा !!!

(5) माह January-2011 के सक्रिय सदस्य,

प्रतापगढ़ उ.प्र. के मूल निवासी और ओपन बुक्स ऑनलाइन के सक्रिय सदस्य श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह जी वर्तमान मे एनटीपीसी लिमिटेड में वरिष्ठ अभियंता (मुख्य बाँध) के पद पर कोलडैम, बिलासपुर, हि.प्र. में कार्यरत है, आप ने नागरिक अभियंत्रण मे स्नातक की डिग्री प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से तथा संरचनात्मक अभियांत्रिकी मे परास्नातक की डिग्री भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की से प्राप्त किया है |

आप की तीन पुस्तकें “सज्जन की मधुशाला”,“मेरीकल्पनाएँ” और “गीत विद्रोही” अंतर्जाल पर प्रकाशित हो चुकी है, साहित्य की विभिन्न वेव साईट पर आपकी रचनायें प्रकाशित होती रहती है | आप साहित्य की भिन्न भिन्न विधाओं मे लेखन करते हुए सदैव नये साहित्यकारों को प्रोत्साहित करते रहते है |

उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |

(6) माह February-2011 के सक्रिय सदस्य,
दिल्ली की रहने वाली और ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की सक्रिय सदस्या श्रीमती वंदना गुप्ता जी एक कुशल गृहिणी हैं।आपको पढ़ने-लिखने का बेहद शौक है | श्रीमती गुप्ता को झूठ से सख्त नफरत है तथा आप जो भी महसूस करती है उसे निर्भयता से लिखती है। अपनी प्रशंसा करना आता नही इसलिए आप अपने बारे में सभी मित्रों की टिप्पणियों पर कोई एतराज भी नही करती है। आप अपनी रचनाओं पर आने वाले सार्थक और नकरात्मक टिप्पणियों को भी सहृदय स्वीकार करती है, आपका मानना है कि "ज़ाल-जगतरूपी महासागर की मैं तो मात्र एक अकिंचन बून्द हूँ"
उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |

आदरणीया वंदना जी को बधाई |

(7) माह March-2011 के सक्रिय सदस्य

गाज़ीपुर(उ. प्र.) के मूल निवासी तथा ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सक्रिय सदस्य श्री अरुण कुमार पाण्डेय "अभिनव" जी कला, साहित्य और संस्कृति से बाल्यकाल से ही जुड़े हुए हैं | १७ जनवरी १९७१ को जन्में अरुण जी की बाल कविताओं और आकाशवाणी में कविता पाठ से बचपन में जो शुरुआत हुई उसने कालांतर में पत्रकारिता के क्षेत्र में दैनिक "आज" जमशेदपुर में उपसंपादक (१९८९ से १९९६ तक) और विविध भारती सेवा मुंबई में १९९६ में उदघोषक पद पर नियुक्ति तक की यात्रा तय की |

 

रांची विश्वविद्यालय से बी.कॉम.(आनर्स), काशी विद्यापीठ वाराणसी से एम्.ए.(हिंदी), जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली से उर्दू भाषा पाठ्यक्रम और कम्प्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त श्री अरुण कुमार सम्प्रति आकाशवाणी वाराणसी में वरिष्ठ उदघोषक के रूप में कार्यरत हैं | आपकी कवितायेँ, कहानियाँ, आलेख आदि विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं |

 

आप मुख्यतः प्रगितिवादी ग़ज़ल लेखन में "अभिनव अरुण" के नाम से चर्चित और काशी में परिवर्तन और कथ्य शिल्प जैसी साहित्यिक संस्थाओं से जुड़े हैं | आपको सन २००९ में "परिवर्तन के प्रतीक" सम्मान प्रोग्रेसिव ग़ज़ल लेखन के लिये दिया गया | आपने आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों में नाटक रूपक कविता कहानी आदि प्रस्तुतियों में सक्रीय सहभाग किया है तथा आप द्वारा इन दिनों विविध भारती एवं आकाशवाणी वाराणसी से प्रस्तुत "हेलो फोन इन फरमाइश" कार्यक्रम बेहद लोकप्रिय है |


उम्मीद है कि आपका अतुल्य योगदान ब्लॉग, फोरम, Chat और टिप्पणियों के माध्यम से समस्त OBO परिवार को यथावत मिलता रहेगा |

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 168

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ अड़सठवाँ आयोजन है।.…See More
13 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"अश्रु का नेपथ्य में सत्कार भी करते रहेवाह वाह वाह ... इस मिसरे से बाहर निकल पाऊं तो ग़ज़ल पर टिप्पणी…"
16 hours ago
Nilesh Shevgaonkar posted a blog post

ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं

.सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं  जहाँ मक़ाम है मेरा वहाँ नहीं हूँ मैं. . ये और बात कि कल जैसी…See More
17 hours ago
Ravi Shukla posted a blog post

तरही ग़ज़ल

2122 2122 2122 212 मित्रवत प्रत्यक्ष सदव्यवहार भी करते रहेपीठ पीछे लोग मेरे वार भी करते रहेवो ग़लत…See More
17 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागा अर्थ प्रेम का है इस जग में आँसू और जुदाई आह बुरा हो कृष्ण…See More
17 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय नीलेश जी "समझ कम" ऐसा न कहें आप से साहित्यकारों से सदैव ही कुछ न कुछ सीखने को मिल…"
yesterday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय गिरिराज जी सदैव आपके स्नेह और उत्साहवर्धन को पाकर मन प्रसन्न होता है। आप बड़ो से मैं पूर्णतया…"
yesterday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय रवि शुक्ला जी रचना की विस्तृत समीक्षा के लिए आपका हार्दिक अभिनन्दन और आभार व्यक्त करता हूँ।…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. बृजेश जी मुझे गीतों की समझ कम है इसलिए मेरी टिप्पणी को अन्यथा न लीजियेगा.कृष्ण से पहले भी…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. रवि जी ,मिसरा यूँ पढ़ें .सुन ऐ रावण! तेरा बचना है मुश्किल.. अलिफ़ वस्ल से काम हो…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. रवि जी,ग़ज़ल तक आने और उत्साह वर्धन का धन्यवाद ..ऐ पर आपसे सहमत हूँ ..कुछ सोचता हूँ…"
yesterday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service