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बंधन रक्षा का है, यह दिलों का भी है..

बंधन रक्षा का है, यह दिलों का भी है।
भाई-बहनों के पावन मिलन का भी है।
प्यारी बहना सलामत रहे हर सदा।
मेरी ख्वाहिश तुम्हारे दिलों में भी है।
ले लो संकल्प बंधन के इस पर्व पर।
हर गली, हर मोहल्ले में बहना ही है।
बंधन रक्षा का है ......................।
प्यारी बहना को उपहार देते समय,
उसको पुचकार औ प्यार देते समय।
दिल्ली की सड़कों की याद कर लो जरा,
अरसा पहले जो गुजरा नजारा वही,
याद कर लो जरा, बात कर लो जरा।
लो शपथ और खाओ कसम फिर यही,
हर गली हर मोहल्ले में बहना ही है।
उसकी रक्षा-सुरक्षा का दायित्व है।
बंधन रक्षा का है यह दिलों का भी है
भाई बहनों के पावन मिलन ........।
अतुल अवस्थी
मो. 9838642000

"मौलिक व अप्रकाशित"

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सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on August 24, 2013 at 1:38pm

सुन्दर सन्देश देती अभिव्यक्ति 

शुभकामनाएँ 

Comment by अरुन 'अनन्त' on August 22, 2013 at 11:52am

बेहद सुन्दर रचना आदरणीय काश यह संभव हो जाए ईश्वर से यही मंगल कामना है इस सुन्दर रचना पर बधाई स्वीकारें.

Comment by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR on August 21, 2013 at 11:24pm

हर गली हर मोहल्ले में बहना ही है।
उसकी रक्षा-सुरक्षा का दायित्व है।
बंधन रक्षा का है यह दिलों का भी है
भाई बहनों के पावन मिलन ........। 

प्रिय अतुल जी बहुत सुन्दर आह्वान ..भाई बहन का प्रेम अमर रहे ...रक्षा बंधन की शुभ कामनाएं
भ्रमर ५

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on August 21, 2013 at 4:54pm

पर्व के साथ दायित्व को समझाती , सुंदर रचना पर बधाई स्वीकारें आदरणीय अतुल जी


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on August 21, 2013 at 2:11pm

रक्षा बन्धन को एक गम्भीर समस्या से जोड़ कर एक अच्छी बात कही !

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