Tags:
Replies are closed for this discussion.
आपका हार्दिक आभार आदरणीया नीताजी..
रचनाकार यदि लघुकथा में मंज़रकशी कर दे तो यह रचना की बहुत बड़ी खूबी मानी जाती है I आपकी लघुकथा ऐसा करने में सफल रही है जिस हेतु हार्दिक बधाई प्रेषित है आ० सौरभ भाई जी I अलबत्ता मेरा निजी मत है कि इस लघुकथा में "मैम", "इंडियन आर्मी" व " टेरोरिस्ट कॉम्बैट" जैसे आंग्ल शब्दों से बचा जा सकता था !
हार्दिक बधाई आदरणीय सौरभ जी,बाल मन के द्वंद को बहुत खूबसूरती से वर्णन किया है आपने इस सुन्दर लघुकथा में!
आदरणीय तेज़वीरजी, आपकी प्रशंसा के लिए हार्दिक धन्यवाद.
लेकिन आदरणीय यह भी देखिये कि किस थ्रेड में आपकी टिप्पणी चली जाती है. आपकी यह टिप्पणी मुझे सम्बोधित करती आदरणीय योगराज भाईजी की टिप्पणी के उत्तर में आयी है.
बहरहाल, लघुकथा को अनुमोदित करने केलिए पुनः हार्दिक धन्यवाद
शैल्पिक पक्ष पर आपसे मिला उदार अनुमोदन कितना आश्वस्तिकारी है आदरणीय योगराजभाईजी !
जहाँ तक आंग्ल शब्दों के प्रयोग का प्रश्न है तो वह सहजता और बोलचाल को आम करने केलिए कर लिया था. चूँकि आयोजन शुरु हो गया था और रचना का लिखा जाना क्या सोचा जाना तक बाकी था, अतः पात्रों के संवादों तथा विवेचना की पंक्तियों में अंतर निभा नहीं पाया. कई बार हुआ एडिट भी इस बीच असहजता का कारण बना. यह अवश्य है कि लघुकथा जैसी विधा में भाषा सहज ही होनी चाहिये. लेकिन यह भी आवश्यक है कि संवाद और लघुकथा कथ्य में अंतर भी होना चाहिये. आपके इंगितों के लिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय. आगे से अवश्य ख़याल रखूँगा.
सादर
आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानीजी, आपकी उदार प्रतिक्रिया मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता की बात है. आपको लघुकथा रुचिकर लगी यह मेरे लेखन कर्म केलिए भी संतोष की बात है.
शुभ-शुभ
आदरणीया जानकीजी, हार्दिक धन्यवाद
हमारी सेनाऔर उनके परिवारों [ जिनमे मै भी हूँ ] के ज़ज्बे को सलाम करती आपकी इस प्रस्तुति ने भावुक कर दिया आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी ,बधाई आपको
आपको लघुकथा का मर्म प्रभावी लगा यह मेरे लिए वास्तव मेम् संतोष की बात है. हार्दिक धन्यवाद आदरणीया प्रतिभाजी.
बहुत ही मर्मस्पर्शी रचना अंतिम पंक्ति "अब्बू अपनी अम्मी की गोद में सो गए" दिल को छू गयी सादर बधाई आ सौरभ पाण्डेय जी।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |