आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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वहुत बहुत आभार आदरणीय
aadrniya achche se ubhara hei aaj ke vatavaran ko bas thodi si chetna aur AAWAZ hi charo aur pidit jan me chetna ka ubhar kar sakti hei, aur heropanti se nisidh bhi kar gai katha
badhai aadrniya
वहुत बहुत आभार आदरणीय
// लेकिन उसे आज अपने तमाशबीन नहीं होने पर अंदर से काफी संतुष्टि थी| // वाह ... सहज ढंग से कही गई बहुत ही प्रभावशाली रचना
हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरणीय विनय कुमार जी
.
वहुत बहुत आभार आदरणीय
हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार जी!शानदार प्रस्तुति!यह प्रमाणित करना कि वह महज़ एक तमाशबीन नहीं है, भी एक उपलव्धि है!
वहुत बहुत आभार आदरणीय
वहुत बहुत आभार आदरणीय
वहुत बहुत आभार आदरणीय
वहुत बहुत आभार आदरणीय
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