आदरणीय साथिओ,
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बहुत अच्छा विषय लिया है आपने .अपनी पुरातन धरोहरों को संभालना सभी का कर्तव्य है अभी भी देश में कई ऐसी एतिहासिक इमारतें हैं जो अपने उद्धार की राह देख रही हैं ...हार्दिक बधाई आपको आदरणीय डॉ विजय शंकर जी ...सादर
आदरणीय विजय शंकर सर, प्रदत्त विषय के अनुरूप बढ़िया लघुकथा लिखी है आपने. इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई. यह भी अवश्य है कि प्रस्तुति अपने कथ्य की आवश्यकता से अधिक शाब्दिक विस्तार पाने के कारण कुछ बोझिल सी लग रही है. सादर
हार्दिक धन्यवाद आपका
बढ़िया कथा हुई है आदरणीय डॉ विजय शंकर जी | हार्दिक बधाई |
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