For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"सुनो जी, कल माँ को वृद्धाश्रम से एक दिन की छुट्टी पर ले आना।"
"क्यों, कल ऐसा क्या है?"
"कल मदर्स डे है।"

मौलिक और अप्रकाशित

Views: 660

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by KALPANA BHATT ('रौनक़') on August 21, 2017 at 9:42pm

हार्दिक बधाई आपको इस कथा के लिए आदरणीय |


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on May 14, 2015 at 11:49pm

आजके दौर को बखूबी प्रस्तुत करती इस लघुकथा केलिए हार्दिक बधाई आदरणीय विनोदजी

Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 3:24pm
आदरणीय डॉ आशुतोष मिश्रा जी कथा पसंदगी के लिए हृदयतल से आभारी हूँ।
Comment by Dr Ashutosh Mishra on May 12, 2015 at 2:57pm

आदरणीय विनोद जी ..इतने कम शब्दों में तमाम कुछ कहती शानदार लघु कथा ..जितनी तारीफ़ की जाए कम है ..इस रचना के लिए ह्रदय से बधाई स्वीकार करें सादर 

Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 2:11pm
आदरणीय सुधीर द्विवेदी जी बहुत बहुत शुक्रिया। कथा पर अपने विचार रखने के लिए।
Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 2:10pm
आदरणीय वीर मेहता जी कथा पर विशेष टिप्पणी करने के लिए आभारी हूँ।
Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 2:09pm
आदरणीय जितेन्द्र उपाध्याय जी बहुत बहुत धन्यवाद।
Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 2:04pm
आदरणीय लक्ष्मण रामानूज लडीवाला जी कथा पसंदगी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 12:22pm
आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी कथा पर विशेष नजर डालने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
Comment by विनोद खनगवाल on May 12, 2015 at 12:20pm
आदरणीय जितेन्द्र पस्टारिया जी लघुकथा पर विशेष टिप्पणी के लिए आभारी हूँ।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय सुरेंद्र जी नमस्कार  अच्छी ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिए अमित जी और अमीर जी की…"
2 minutes ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय चेतन जी नमस्कार ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है बधाई स्वीकार कीजिए  गुणीजनों की बेहतर इस्लाह…"
5 minutes ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय Chetan Prakash जी, //दास्ताँ प्यार फ़लसफ़ा भी थी और महब्बत कहीं दवा भी थी//ये भी ठीक है पर…"
12 minutes ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय दयाराम जी  बहुत शुक्रिया आपका सादर"
18 minutes ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय अमीर जी  बहुत शुक्रिया आपका, जी बदलाव किए hain सादर"
19 minutes ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय कबीर सर जी नमस्कार  आप सेहत का ख़याल रक्खें, जल्द तदरुस्त हो जायें यही दुआ है🙏🏻 सादर"
21 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आभार आ. संजय जी "
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आ. दयाराम जी ,आप ग़ज़ल पर आए और सराहना की तो बहुत अच्छा लगा ... औकात जैसा शब्द इस मंच पर कोई …"
2 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"🙏"
2 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद हौसला अफ़ज़ाई और दाद-ओ-तहसीन से नवाज़ने के लिए…"
2 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आ.सालिक गणवीर साहब,  अच्छी ग़ज़ल कही, आपने ! आदरणीय अमित जी से मैं सहमत हूँ, लेकिन, …"
2 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय निलेश जी, आपने जो राय दी है वो सही है किंतु मैं उनकी रचना का गुण दोष बताने के काबिल नहीं…"
3 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service