For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

vandana's Discussions (1,253)

Discussions Replied To (938) Replies Latest Activity

"गति में मेरी मुझे नये ढब से मुड़ने दे I भाग्य मुष्टि में इनको सहज निचुडने दे I भूला…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

"आखर से आखर का मिलना गीत नया रच जाता है माटी से बीजों का बंधन नव्य सृजन कर जाता है बा…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

"मुझसे जुड़ी तेरी नाल दिखती नहीं.. मगर वो कभी कटी ही कहाँ.. भारत माँ.. !! एक से बढ़कर…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

"सचमुच चिंतनीय स्थिति भारत की ...लेकिन संस्कृति की गहरी जड़ें भी हैं और संस्कारों के प…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

"साँझ पसारे पाशित बाहें , सौंप रही है पीर चिरंतन सत्य ....दर्शन को समर्पित आपकी रचना…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

"(1) छटपटाकर निकली घूंघट और बुर्केनुमा कोकून से बाहर अब खुश हैं हाथों पर दस्ताने और च…"

vandana replied Nov 14, 2014 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 49

463 Nov 15, 2014
Reply by वेदिका

सदस्य टीम प्रबंधन

"बहुत २ आभार आदरणीय.... तकाबुले रदीफ़ की तरफ मेरा ध्यान मेरे बहुत सोचने के बाद भी  नही…"

vandana replied Nov 3, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 52 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

15 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय राणा सर कृपया निम्न मिसरों के बारे में बताइये  उजालों में नहा कर छत, मुंडेरें…"

vandana replied Nov 3, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 52 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

15 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"इस कालजयी कृति की संक्षिप्त रूप में मनोवैज्ञानिक समीक्षा ने फिर से इस कृति को पढने क…"

vandana replied Oct 27, 2014 to राम की शक्ति-पूजा (महाकाव्य) का वस्तु विन्यास -- डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव

18 Apr 26, 2015
Reply by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

"हमारे  द्वार  पर  दीवार की  साँकल  लगी वरना तुम्हारी खिड़कियाँ अब भी बुलाती हैं दिवाल…"

vandana replied Oct 25, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 52

300 Oct 25, 2014
Reply by अरुण कुमार निगम

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"धन्यवाद भाई लक्ष्मण धामी जी "
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"अच्छी रचना हुई है ब्रजेश भाई। बधाई। अन्य सभी की तरह मुझे भी “आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा”…"
17 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"बेहतरीन अशआर हुए हैं आदरणीय रवि जी। सभी एक से बढ़कर एक।"
17 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"अच्छी ग़ज़ल हुई है नीलेश नूर भाई। बहुत बधाई "
17 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आभार रक्षितासिंह जी    "
22 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"अच्छे दोहे हुए हैं भाई लक्ष्मण धामी जी। एक ही भाव को आपने इतने रूप में प्रकट किया है जो दोहे में…"
22 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आ. रक्षिता जी, दोहों पर उपस्थिति, और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
22 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"सधन्यवाद आदरणीय !"
23 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"बहुत खूब आदरणीय,  "करो नहीं विश्वास पर, भूले से भी चोट।  देता है …"
23 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"सधन्यवाद आदरणीय,  सत्य कहा आपने । निरंतर मनुष्य जाति की संवेदनशीलता कम होती जा रही है, आज के…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service