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मोहन बेगोवाल's Discussions (1,044)

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सदस्य टीम प्रबंधन

"  नज़र मिली है मगर उस से गुफ्तगू ही नही |यही लगा हमें मिलने की आरजू ही नहीं |ऐ ! जिन्…"

मोहन बेगोवाल replied Sep 4, 2015 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 62 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

17 Jan 28, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

प्रधान संपादक

"     सर जी, आप जी को  ऐसी तेज़ी से सभी लघुकथाओं का एक स्थान पे संकलन प्रस्तुतीकरण करन…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 31, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 में स्वीकृत सभी रचनाएँ

64 Sep 21, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

" अच्छी लघुकथा हुई , बधाई कबूल करें "

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आ० डॉ गोपाल नरायण जी , ऐसी लाजवाब लघुकथा के लिए बधाई स्वीकार करें "

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

" आदरनीय योगराज जी, आप जी ने बहुत ही लाजवाब लघुकथा कही , और सदियों से चल रही वर्ण व्य…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय मिथिलेश जी, आप जी की लघुकथा में बहुत ही अच्छी तरह से चल रही  स्वर्ग व् नर्क क…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"एडमिन महोदय , कृप्या मेरी इस लघुकथा को पोस्ट कर दें, मेहरबानी होगी | रिश्तों की परिभ…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"रिश्तों को नई परिभाषा “मेरे बाप ने मुझे बदतमीज़ और बिगड़े हुए बेटे का ख़िताब दिया होगा…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-5 (विषय: परिभाषा)

1028 Aug 31, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"   संशोधित तरही गज़ल२२ २२ २२ २२ २२ २२ २२ २ नींदों से जब मिलकर आये कुछ पल बैठ कयाम किय…"

मोहन बेगोवाल replied Aug 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-61 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

12 Jan 25, 2016
Reply by Rana Pratap Singh

"आदरणीय आशुतोष जी, बहुत ही उम्दा पेश करने के लिए हार्दिक बधाई हो "

मोहन बेगोवाल replied Aug 22, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-62

440 Aug 22, 2015
Reply by shree suneel

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दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
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मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
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