आदरणीय लघुकथा प्रेमियो,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
मजबूत प्लाट और प्रस्तुति कमजोर .......लघुकथा पर और प्रयास की आवश्यकता है आदरणीया अर्चना त्रिपाठी जी.
बहुत ही बढ़िया विषय का चयन किया है आपने आदरणीया अर्चना त्रिपाठी जी, थोड़ा समय और देने के बाद प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छा हो सकता है| इस रचना के सृजन हेतु सादर बधाई स्वीकार करें|
आदरणीया अर्चना जी, बहुत बढ़िया कथानक बुना है आपने. शीर्षक भी जबरदस्त है. प्रस्तुति में कसावट के प्रयास के क्रम में बहुत अधिक अनकहा सा रह गया है जो एक कमी की तरह लगता है. पंचलाइन जबरदस्त है. स्वच्छंदता को लालायित होने की ओर बिना कहे ही संकेत में कथ्य संप्रेषित हो रहा है. इस प्रस्तुति पर बधाई. कुछ तथ्य तनिक स्पष्ट हो तो शानदार हो जाएगी प्रस्तुति. सादर
बढ़िया मर्मस्पर्शी रचना ,कितनी अजीब बात हैं जिसकी वह जन्मदात्री हैं वो ममत्व का मोल पैसे से लगा रहा हैं और जिसे पाला हैं उसे बेजान तस्वीर में भी ममता का सागर दीखता हैं।हार्दिक बधाई आदरणीया Nita Kasar जी
वाह ममता तो अनमोल होती है सुंदर संदेश ,वह भी भाई को बधाई आदरणीय नीता जी माँ की सुन्दर छवि उकेरने हेतु ।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |