आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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बढ़िया कथा . बधाई
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लघुकथा कहने का प्रयास अच्छा है आ० आशीष कुमार त्रिवेदी जीI आप जो कहना चाह रहे हैं संभवत: में समझ रहा हूँ, लेकिन "पर्दे के पीछे" वाली बात पूरी तरह उभर कर सामने नहीं आ पा रही हैI बहरहाल, बधाई स्वीकार करेंI
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प्रदत्त विषय से पूर्णतः न्याय करती हुई लघु कथा कुछ न कहती हुई भी बहुत कुछ कहती हुई माँ बाप से बच्चा चाहते हुए भी कुछ छुपा ही नही सकता |
बहुत बहुत बधाई आपको आशीष कुमार जी \
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आदरणीय आशीष कुमार जी सार्थक लघुकथा के लिए बधाई आपको
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मोहतरम आशीष कुमार साहिब , प्रदत्त विषय को परिभाषित करती अच्छी लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं
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