आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
अहले अक्ल क्या घास चरने गयी थी क्या ?मालुम होते हुए अब तलाक की बात करना ?तर्कसंगत नहीं लगता।
हार्दिक आभार आदरणीय अर्चना जी।
हार्दिक आभार आदरणीय नीता कसार जी।
आ० पञ्च लाइन में जोर नहीं है . कथा को फिर से अंतिम स्वरूप दें . सादर .
हार्दिक आभार आदरणीय डॉ गोपाल नारायण जी।
कहानी का प्लाट तो ट्विस्ट लिए हुए है। एक अलग परिस्थिति निर्मित होती है बस तर्क ही उलझा देता है। बधाई आपको
हार्दिक आभार आदरणीय मुजफ़्फ़र इक़बाल सिद्दिक़ी जी।
आदरणीय तेजवीर सिंह जी, लड़की गूंगी बहरी है इसका पता तो शादी के कुछ दिनों बाद ही लग गया होगा | फिर एक बच्चा भी हो गया तो इसके बाद गूंगी बहरी होना तलक का उचित कारण नहीं बनता | लघुकथा में अगर सॉलिड वजह बतायी जाये या लघुकथा को आगे बढ़ाकर निर्णय में कोई पेच फसाया जाए तो सुंदर बन सकती है | प्रस्तुति के लिए बधाई
हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण रामानुज लड़ीवाला जी।
हार्दिक आभार आदरणीय महेंद्र कुमार जी।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |