आदरणीय साथिओ,
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आदरणीय सुरेन्द्र नाथ जी बहुत अच्छी लघुकथा. बधाई आप को.
आदरणीय सुरेन्द्रनाथ सिंह जी,अच्छा प्रयास हुआ है जिसके लिए बधाई आपको पर आपने सब कुछ कह दिया, कुछ भी नहीं छोड़ा पाठकों के लिए सोचने के लिए :)
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