Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय डॉ विजय शंकर सर, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार
''शतरंज की बिसात पर राजा, वजीर और मंत्री देख ही नहीं पाए कि उन्हें पार कर घोड़ा ढाई घर चल चुका था ।''वाह आदरणीय मिथिलेश जी वाह प्रदत विषय पर आपने बहुत ही खूबसूरत लघुकथा की प्रस्तुति दी है , मजा आ गया। ये पंच लाईन प्रस्तुति का बड़ा ही खूबसूरत अंजाम है। इस प्रस्तुति पर दिल से हार्दिक हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरणीय।
आदरणीय सुशील सरना सर, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार
वाह ! बहुत बहुत बधाई आदरणीय mithilesh wamankar जी इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए
आदरणीया मीना जी इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार
आदरणीय मिथिलेश जी आप की लघुकथा बहुत ही उम्दा हुई है ढाई घर की चाल बहुत भुब चली है आप ने . इस सटीक, सार्थक व विषयानुरूप लघुकथा के लिए मेरी हार्दिक बधाई स्वीकारें .
आदरणीय ओमप्रकाश जी इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार
आदरणीय सुनील जी, इस प्रयास की सराहना और उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार
वाह वाह ! .. आदरणीय मिथिलेश भाई, आपने एक टिपिकल ऑफिशियल वातावरण को क्या ही खूब प्रस्तुत किया है. पाण्डे, अनिल, हेड-क्वार्टर का क्लर्क सब एक ही खाने के मुहरे हैं. एक-दूसरे की कतर-ब्यौंत करते हुए. एक-दूसरे के संग जीते हुए.
इस तथ्यात्मक लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.
आदरणीय सौरभ सर, इस प्रयास पर आपका अनुमोदन पाकर आश्वस्त हुआ. इस प्रयास की सराहना, उत्साहवर्धक और सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार... उस माहौल को पकड़ कर टिप्पणी करने के लिए विशेष आभार. सादर नमन
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |