For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बाल साहित्य Discussions (213)

← Back to बाल साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

pachpan me bachpan

पचपन मे बचपन----- पचपन मे बचपन का ख्याल आता है, मेरा दिल मचल मचल जाता है| चाहता है खेलना,आँख मिचोली, दौड़ने भागने को मन ललचाता है| खाते थे ख…

Started by dr a kirtivardhan

0 Jan 8, 2012

घुटनों के बल चल के आई है धूप

     बच्चों के लिए मेरी यह पहली कविता है यूँ समझिए की मेरा यह बच्चों के लिए उपहार है.              सूरज कि किरणों पे सोने का रूप | घुटनों…

Started by Mukesh Kumar Saxena

0 Jan 5, 2012

अग्नि की उड़ान

आज आपके पास अपनी प्रथम पुस्तक "मेरी उड़ान" से एक कविता भेज रहा हूँ | यह रचना हमारे देश के सबसे लोक प्रिय राष्ट्रपति माननीय अब्दुल कलाम साहब…

Started by dr a kirtivardhan

3 Jan 4, 2012
Reply by aashukavi neeraj awasthi

मेरी प्यारी दादी-माँ,

मेरी प्यारी दादी-माँ, सब से न्यारी दादी-माँ ।  बड़े प्यार से सुबह उठाए, मुझको मेरी दादी-माँ । नहला कर कपड़े पहनाए, खूब सजाए दादी-माँ । लेक…

Started by LOON KARAN CHHAJER

0 Nov 22, 2011

सियार का अनशन

प्यारे बच्चों, सुनो कहानी................ एक बार की बात है. किसी जंगल का राजा एक शेर था. उसकी हिंसा और आतंक से सभी जानवर परेशान थे. कुछ उस…

Started by Vikram Pratap

0 Nov 4, 2011

आओ बच्चो खेले खेल ,

आओ बच्चो खेले खेल , खेल खेल में होगा मेल , गुल्ली डंडा हुआ पूराना , बल्ला लेकर आगे आना , ईंट को ही विकेट बनावो , बौनड्री पे सबको लगावो , बॉ…

Started by Rash Bihari Ravi

0 Sep 24, 2011

चुहिया की शादी (बच्चों के लिये एक कविता)

चूँ-चूँ करती चुहिया आई शादी का न्यौता लाई झिन-झिन करते झिंगुर आये बजने लगी शहनाई और चमकते जुगनुओं ने जगमग महफ़िल सजाई मेंढक आया कौवा आया आ…

Started by सुनीता शानू

5 Sep 15, 2011
Reply by Saurabh Pandey

प्यारा सा बचपन

मै पहले बच्चों पर बहुत लिखती थी मगर एक अरसे से सब बन्द हो चुका था आज यहाँ बाल साहित्य का यह ग्रुप देख कर नन्हे-मुन्ने वो बच्चे बहुत याद आये…

Started by सुनीता शानू

0 Jul 28, 2011

इंतजार रहता था ,

इंतजार रहता था , हर रविवार का ,सोमवार से शनिवार , सुबह दस से शाम चार , ये समय था , स्कूल का , करने पड़ते थे  , कितने बहाने , कभी पेट दर्द ,…

Started by Rash Bihari Ravi

0 Jul 26, 2011

आओ बच्चों खेलें खेल

आओ बच्चों खेलें खेल दोस्तों,इस बाल कविता पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराएँ| आओ बच्चों खेलें खेल चलो बनायें मिलकर रेल| रामू तुम इंजन बन जान…

Started by dr a kirtivardhan

0 May 6, 2011

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"आदरणीय  उस्मानी जी डायरी शैली में परिंदों से जुड़े कुछ रोचक अनुभव आपने शाब्दिक किये…"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"सीख (लघुकथा): 25 जुलाई, 2025 आज फ़िर कबूतरों के जोड़ों ने मेरा दिल दुखाया। मेरा ही नहीं, उन…"
Wednesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
Tuesday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

अस्थिपिंजर (लघुकविता)

लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
Tuesday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Jul 27
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Jul 27
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
Jul 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
Jul 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
Jul 27
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
Jul 27

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service