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Abhay Kant Jhaa Deepraaj ke Maithilee Ghazal - 2 -ग़ज़ल मोन प्रपंच पाप सँ दूषित, भाषण जन - समुदाय के | कोना एहन नायक समाज में, परचम बनता न्य… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Mar 18, 2011 |
Maithilee Ghazal - 1 .................by Abhay Kant Jha Deepraajअभय कान्त झा दीपराज के मैथिली ग़ज़ल - मैथिली ग़ज़ल - १ कहू कोना ? जे, आम आदमी बनि कय की - की भोगलौं हम |खून - खुनामह भेल कर… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Mar 9, 2011 |
Abhay Kant Jha Deepraaj Ke Maithilee Geet .............................By Abhay Deepraajअभय कान्त झा दीपराज कृत - मैथिली गीत क्रमांक - ४ हम बेटी बनि जन्म जे लेलौं...........हम बेटी बनि जन्म जे लेलौं , बड़ दुःख देखल… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Jan 11, 2011 |
बरसि रहल अछि नोरहँसी क एक बूँद लेल सदिखन तरसि रहल अछि ठोर, लाख रोकै छी मुदा न रूकै बरसि रहल अछि नोर. की संs की भs गेलै दुनिया हम जहिना के तहिना. वक्त पडे… Started by Manoj Kumar Jha |
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Jan 8, 2011 Reply by Abhay Kant Jha Deepraaj |
Abhay Kant Jha Deepraaj Ke maithili Geet...... by Abhay Deepraajअभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - ३ भगवती के गीतहे भगवती , जननी जगत के,कृपा के छाया दिअ |जाहि सँ हम धन्य ज… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Dec 23, 2010 |
Abhay Kant Jha Deepraaj Ke maithili Geet...... by Abhay Deepraajअभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - २ भगवती के गीत अवलम्ब अहीं हे जगदम्बा, माँ, संतानक दु… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Dec 18, 2010 |
Abhay Kant Jha Deepraaj ke maithilee Geet ...............................By Abhay Deepraajअभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - १ भगवती के गीत जय माँ अम्बे , जय जगदम्बे , हमरा पर उपकार… Started by Abhay Kant Jha Deepraaj |
0 | Dec 17, 2010 |
लागत मौन आब चउके पर......लागत मौन आब चउके पर...... आइब गेल भाई फेर चुनाव, मोछ पिजाऊ आर खेलु दाऊ, काका भैया आहू आऊ, पान सुपारी खूब दबाऊ, फाईर फाईर पुरिया के खाऊ, ला… Started by pankaj jha |
0 | Oct 7, 2010 |
" RUPWAAN "HAMMAR RACHNA MAITHLI MAIN. Subodh kumar (sharad) Started by Subodh kumar |
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Sep 10, 2010 Reply by Subodh kumar |
yo mithila wasi jagu yoयो मिथिला वासी जगु यो आऊ आडंबर स आगू यो संकुचित विचार के त्यागु यो यो मिथिला वासी जगु यो अई राजनीत कंठक सासरी मइर रहल समाज लगा फसरी निर्ला… Started by pankaj jha |
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Aug 28, 2010 Reply by Admin |
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