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ब्राह्मणब्राह्मण=====पंचकोशों को परिपूर्ण बनाया जाना चाहिये परंतु कैसे? उन्हें यम नियम और साधना के सभी पाठों के द्वारा सम्रद्ध बनाया जा सकता है। अन… Started by Dr T R Sukul |
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May 12, 2016 Reply by Saurabh Pandey |
उत्तमो ब्रह्मसद्भावोउत्तमो ब्रह्मसद्भावो============= वर्तमान युग में भगवान की पूजा करने के अनेक प्रकार प्रयुक्त किये जाते हैं अतः जन सामान्य के मन में यह प्रश… Started by Dr T R Sukul |
0 | Mar 24, 2016 |
बाबा की क्लास ( पंडित, विद्वान और ब्राह्मण)बाबा की क्लास ( पंडित, विद्वान और ब्राह्मण) ============================== - बाबा ! मैंने अनेक जगह सुना और पढ़ा है कि जो विद्वान है उसे ही… Started by Dr T R Sukul |
0 | Feb 27, 2016 |
Spirituality ... from children's eyesFor several years, my wife Neera ji and I have volunteered on Sundays to teach the children at Bal Vihar School run by Chinmaya Mission he… Started by vijay nikore |
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Nov 28, 2014 Reply by Vindu Babu |
SACREDNESS OF LOVE .... (Vijay Nikore)SACREDNESS OF LOVE Definitions of words are helpful, and… Started by vijay nikore |
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Nov 12, 2014 Reply by vijay nikore |
उपनिषदों से जीवात्म रहस्य खंगालना - एक कोशिशउपनिषदो से जीवात्म रहस्य खंगालना - एक कोशिश … Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
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Aug 7, 2014 Reply by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
FREEDOM ..... ( Vijay Nikore )FREEDOM My humble tribute to revered Swami Vivekananda ji on his Mahasamadhi Day, 4th of July. … Started by vijay nikore |
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Jul 16, 2014 Reply by vijay nikore |
शैवागमीय प्रत्यभिज्ञा-दर्शन की ईषत जानकारी -डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तवमहाकवि जयशंकर ‘प्रसाद’ ने अपनी कालजयी कृति ‘कामायनी’ में शैवागम के प्रसिद्ध दर्शन ‘प्रत्यभिज्ञा’ के सिद्धांतो का आलंबन लेकर क… Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
0 | Jun 29, 2014 |
अमरीका में भारतीय संस्कृति और शास्त्र-ज्ञान.....(विजय निकोर)अमरीका में भारतीय संस्कृति और शास्त्र-ज्ञान यह हमारा सौभाग्य है कि यहाँ अमरीका में, केनाडा में और युरोप के देशों मे हमें अपनी संस्कृति पर… Started by vijay nikore |
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Jun 1, 2014 Reply by vijay nikore |
SELF ACTUALIZATION [ स्वानुभूति / आत्मसाक्षात्कार ]* स्व + अनुभूति = आत्मसाक्षात्कार * मानव जीवन अस्तित्व के लिए संघर्ष और पुरुषार्थ सिद्धि हेतु यथावस्था लक्ष्य निर्धारण तथा उसकी प्राप्ति क… Started by विजय मिश्र |
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May 21, 2014 Reply by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव |
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