पेड़ -
सुनो पेड़ -
छीन ली बैसाखी ,
मोनू आया तेरे दर
पैंया पैंया !
तुमने जो कहा -
मैंने क्या सही सुना -
बहन बड़ा न भैया
Posted on September 29, 2012 at 2:49pm — 2 Comments
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Comment Wall (9 comments)
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bahut khoob ji
प्रधान संपादकयोगराज प्रभाकर said…
ओबीओ के इस मंच पर आपका सादर स्वागत है डॉ सरोज गुप्ता जी.
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
congratulation for joining openbook
सदस्य टीम प्रबंधनRana Pratap Singh said…
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…