Posted on April 29, 2012 at 12:00pm — 3 Comments
मेरी जिंदगी एक खुली किताब है
हर पन्ने पे तेरा नाम है ।
मैं रहूँ न रहूँ ,परवाह नहीं है
जिंदगी मेरी तुम्हारे नाम है ।
जब कभी ख्यालों की आँधी उठेगी
तन्हाई में मेरी आवाज़ गूँजेगी
परछाईं बनकर…
ContinuePosted on March 19, 2012 at 10:00pm — 5 Comments
वक़्त का वज़ूद
वक़्त की बेलगाम रफ़्तार का वज़ूद
दिखता है चेहरे की गहराती लकीरों में
या मिलता है जीवन की भूलभुलैया में
स्नेहसिक्त माँ की आँचल में मौज़ूद
है अब भी मेरे होने की महक
सन्नाटों में गूँजती है मेरी चहक ।
चलती थी एक गुड़िया उँगलियों को थामे
उन काँपती बेजान हाथों की नरमी
और छुपी उनमे उनके नेह की गरम
उन्हीं थापों से बीतती हैं रातें ,हँसती है शामें ।
चराचर का भेद समझा जब ज्ञानदीप से
जीवन को गुज़रता देखा सामने से
अतीत के गर्त में…
Posted on March 2, 2012 at 7:34pm — 6 Comments
कामनाएँ
साल दर साल रैन बसेरा के साथ मत दो
बस एक ख्याल ही अपना आने दो ।
गगन के विस्तार सा आयाम मत दो
बस एक कोने में सिमटा सूर्य बन रहने दो ।
सावन की हरियाली सा संजीवनी अहसास मत दो
बस एक अमलतास बन मुस्काने दो ।
सर्द रातों में बाहों के घेरे का जकड़न मत दो
बस टिकने के लिए कंधे का सहारा दे दो ।
आँखों में बंद ख्वाबों का आसरा मत दो
बस अपनी एक बेचैन पल का हवाला दे दो ।
दूब की मखमली चादर पर साथ न चलने दो
बस ओस की एक बूँद बन गिर जाने…
Posted on February 1, 2012 at 10:25pm — 3 Comments
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आदरणिया महोदया ,सादर अभिवादन
सुंदर विचारों की धरती पर आपका स्वागत है .
Bahut Sundar Bhavpoorn Rachna... Asha hai aapse mujhe bahut kuchh seekhne ko milega.
प्रिय सदस्य/सदस्या
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