करना रुखसत मुझे तो यूं करना ..
मेरे शब्दों को साथ कर देना..
मेरे स्वप्नों को हार कर देना..
गीत जो संग संग गाए थे..…
ContinueAdded by Lata R.Ojha on April 20, 2011 at 11:00pm — 7 Comments
बरसते नभ से नीर को सहर्ष अपनाते हैं...
नैन बरसें तो रूठ जाते हैं..
प्रीत को तौलते हैं जो लफ़्ज़ों में..वो.…
Added by Lata R.Ojha on April 18, 2011 at 10:30pm — No Comments
ओस की कुछ बूँदें बिना बताए ले आई थी,
Added by Lata R.Ojha on April 15, 2011 at 11:00pm — 2 Comments
Added by Lata R.Ojha on April 14, 2011 at 5:00pm — 2 Comments
Added by Lata R.Ojha on April 11, 2011 at 4:30pm — 2 Comments
Added by Lata R.Ojha on April 8, 2011 at 4:57pm — 4 Comments
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