है बड़ी बात तो बड़ी बात ही रह जाने दो ..
Comment
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय अविनाश बागडे जी
सराहना के लिए आभार महिमा श्री जी :)
लफ्ज़ कितना भी कहें कहते कहाँ हैं सबकुछ ..फिर भी ..
सबकुछ कह gai aapki ye भावपूर्ण रचना लता जी.
आदरणीय संदीप जी मेरी इस अभिव्यक्ति को पसंद करने के लिए धन्यवाद :)
आदरणीय कुशवाहा जी ,आपके सभी कमेंट्स प्राप्त हुए हैं ,बहुत बहुत आभार ..कल बस पोस्ट करके लौग आउट किया था सो अभी देखे सब कमेंट्स .
हैं सभी अपने पर कोई भी अपना तो नहीं ..
आदरणीया लता जी,
आपकी भावपूर्ण रचना बहुत अच्छी लगी| बधाई!
aadarniya mahoday tisra kament daal raha hoon. badhai . pahle vale lagta hai net ki vajah se nahi aaye honge.
aadarniy mahodayaa sadar abhivadan kuch bhi na kahte hue sab kah diya. badhai.
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