" कूड़े मल इस दुकान को मैंने खरीद लिया है, अब से एक हफ़्ते में खाली कर देना"
" क्या.... क्या बकवास कर ती हो, मैं कई वर्ष पुराना किरायेदार हूँ, मेरी रोज़ी - रोटी चलती है, यहाँ से! बिल्कुल खाली नहीं करूँगा" ! कूड़े मल कस्बे का बड़ा किराना व्यापारी था! बूढ़े, कमज़ोर राम आसरे का मूल किरायेदार था जिसको उसने किराया देना बंद कर दिया था! हारकर राम आसरे ने दबंग, झगड़ालू औरत सुनहरी देवी को आधी कीमत अग्रिम लेकर पावर आफ अटार्नी कर दी थी!
कूड़े मल अब परेशान था! भागा-भागा अपने वकील साहब के…
ContinueAdded by Chetan Prakash on April 11, 2021 at 4:00am — 1 Comment
2122 1212 22/ 112
भारती धर्म अपना क़द करे हैं !
माँ की खायी कसम न मद करे हैं !
तीरगी को हटाया जाँ हमी ने,
रघुवंशी हम उजालों क़द करे है !
मोमबत्ती भी जिनसे जल न सकी,
सूरज होने का दावा ज़द करे हैं !
जाने क्या वो अँधेरों के हामी
वरिष्ठों के है अदु वो हद करे हैं !
सावन अंधे जुड़ाव हो कैसे ?
है रतौंधी उन्हें अहद करे…
ContinueAdded by Chetan Prakash on April 7, 2021 at 9:30am — No Comments
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