22 122 12
गीता में लिक्खा गया
सिद्धिर्भवति कर्मजा
बिन फल की चिंता करे
सद्कर्म करिए सदा
दिखता है जो कुछ यहाँ
सब खेल है काल का
ऊर्जा का सिद्धांत है
लक्षण है जो आत्म का
बदले हैं बस रूप ही
ऊर्जा हो या आत्मा
मौलिक अप्रकाशित
Added by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan" on October 8, 2018 at 4:51pm — 8 Comments
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