ऐ खुदा तुझे मैं मेरे दोस्तों मे शुमार करता हूँ
ध्यान से सुन तुझे मैं मेरा राज़दार करता हूँ
मुझको दे जाता है वो शख्स हमेशा ही धोखा
फिर भी भरोसा मैं उसका बार-बार करता हूँ
देगी…
ContinueAdded by Vikram Srivastava on October 17, 2011 at 8:00pm — 2 Comments
अब तो यथार्थ बन आ जाये
उसको पाकर जीवन मे मेरा
मन हर्षित, पुलकित हो जाए
स्वेत वर्ण और केश स्वर्ण हो,
जो देखे चकरा जाये |
सुंदर, कोमल, मधुर, कर्णप्रिय
बोले तो…
Added by Vikram Srivastava on October 13, 2011 at 6:00pm — 12 Comments
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